Ambani News:- देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घराने रिलायंस समूह में अब अगली पीढ़ी को कमान सौंपने की तैयारी शुरू हो गई है। दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन में से एक मुकेश अंबानी अब अपनी अगली पीढ़ी को बिजनेस में उतार रहे हैं। मुकेश अंबानी ने 28 जून मंगलवार को जियो इंफोकॉम लिमिटेड के डायरेक्टर पद से इस्तीफा देते हुए अपने बड़े बेटे आकाश अंबानी को ये अहम जिम्मेदारी सौंप दी। वे चाहते हैं उनके बच्चों को उन स्थितियों से न गुजरना पड़े, जिससे वो गुजरे हैं।
मुकेश अंबानी के इस्तीफे के बाद बोर्ड ने उनके बड़े बेटे आकाश अंबानी की चेयरमैन पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। मुकेश अंबानी ने देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी की कमान अपने बेटे आकाश के हाथों में सौंप कर संकेत दिए साथ हीं अब वो अपने साम्राज्य को अगली पीढ़ी को सौंपने पर विचार कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले आकाश जियो इंफोकॉम लिमिटेड के बोर्ड में नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे।
मुकेश और नीता अंबानी के बच्चे आकाश, ईशा और अनंत अंबानी पहले से ही RIL के टेलीकॉम, रिटेल और एनर्जी कारोबार में अच्छी तरह से शामिल हैं। बता दें कि ईशा और आकाश दोनों ट्विन्स हैं। ये दोनों 24 साल की उम्र में रिलायंस जियो इन्फोकॉम और रिलायंस रिटेल वेंचर्स बोर्ड में निदेशक के रूप में शामिल हुए। कहा जाता है कि दोनों ने कई रिलायंस परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं, 26 साल के अनंत को हाल ही में RRVL में डायरेक्टर के रूप में शामिल किया गया है। वह मई 2020 से जेपीएल के निदेशक हैं।
बता दे की मुकेश अंबानी ने एक बार कहा था, “मुझे कोई संदेह नहीं है कि आकाश, ईशा और अनंत नेक्स्ट जेनेरेशन के लीडर्स के रूप में रिलायंस को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। मैं हर दिन रिलायंस के लिए उनके जुनून, प्रतिबद्धता और समर्पण को देख और महसूस करता हूं। मैं उनमें वही चिंगारी और कैपेसिटी देखता हूं जो मेरे पिता के पास लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए थी”।
गौरतलब है कि ईशा अंबानी को रिलायंस की खुदरा इकाई के अध्यक्ष के रूप में नामित किया जाना तय है, क्योंकि उनके पिता, भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी, एशिया के सबसे अमीर परिवारों में से एक को विरासत में लेने की योजना के साथ आगे बढ़े हैं। इस मामले से परिचित लोगों के अनुसार, ईशा अंबानी की पदोन्नति की घोषणा बुधवार की शुरुआत में हो सकती है, जिन्होंने आधिकारिक बयान से पहले पहचान नहीं होने की बात कही। वह वर्तमान में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड के निदेशक हैं।
दरअसल साल 2002 में अचानक धीरूभाई अंबानी का स्वर्गवास हो गया। पिता धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद मुकेश अंबानी और उनके भाई अनिल अंबानी से हिस्सेदारी के बंटवारे को लेकर जो विवाद हुआ, वो नहीं चाहते हैं कि ऐसै कुछ उनके बच्चों के बीच हो, इसलिए वो बंटवारे को लेकर बहुत सोच-समझ और फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं और इसलिए अपनी 208 बिलियन डॉलर की संपत्ति और कारोबार के बंटवारे के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे हैं।