Tamilnadu:- तमिलनाडु में 22 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट से संबंध रखने और आतंकी हमले की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को छात्र के टेलीग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आईएस समूहों से नियमित संपर्क होने की सूचना मिली थी।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए पता चला कि मीर अनस अली, अंबुर जिले के मसुदी गली का रहने वाला है. अभी तमिलानाडु के रानीपेट जिले के एक निजी कॉलेज से मैकेनिकल की पढ़ाई कर रहा है। खुफिया एजेंसी से मिली सूचना के बाद उसे शनिवार की सुबह 4 बजे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पुलिस उसे शहर से 35 किलोमीटर दूर अनाईकट थाने ले गई। मीर अनस अली को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया.
मिली जानकारी के अनुसार अली अपनी कुछ ऑनलाइन गतिविधियों के चलते केंद्रीय खुफिया ब्यूरो के रडार पर आ गया था। पुलिस सूत्र के हवाले से बताया गया है कि अली राज्य में गैर-मुस्लिम समुदायों के बीच डर पैदा करने के लिए एक व्यक्ति को मारने की साजिश रच रहा था।
पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 122, 125 और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत विभिन्न अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. छात्र को रविवार तड़के एक मजिस्ट्रेट अदालत के सामने पेश किया गया, जहां उसे वेल्लोर सेंट्रल जेल में रिमांड पर भेज दिया गया।
अंबुर पुलिस के सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों से टिप मिलने के बाद कई महीनों से अनस की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही थी और पर्याप्त सबूतों के मिलने के बाद ही उसको गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारी इंटेलिजेंस ब्यूरो, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट, क्यू ब्रांच और एसबी-सीआईडी के सहयोग से हुई। घंटों की पूछताछ के बाद अली गिरफ्तार किया गया और अंबुर पुलिस को इन्हें सौंपा गया।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के अलावा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद में भी रविवार को एक संदिग्ध की गिरफ्तारी हुई। उसकी पहचान कर्नाटक निवासी फारुख के तौर पर की गई। एनआईए की जाँच में फारुख के संबंध आईएस से मिले होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। कथित तौर पर वह एक मदरसा छात्र है। उसके बारे में एनआईए को गोपनीय सूचना मिली थी। साथ ही ये भी पता चला था कि संदिग्ध छात्र सीरिया में हुए बम धमाकों से जुड़ा था। अब एटीएस उससे आगे की पूछताछ कर रही है।