Kaali Poster Controversy:- डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। जब से इस फिल्म का विवादित पोस्टर लॉन्च हुआ है जिसमें हिंदुओं की देवी मां काली को सिगरेट पीते और एक हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े दिखाया गया है तब से तमाम हिंदू संगठनों ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। अब इसी कड़ी में अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास का एक बयान सामने आया है।
महंत हनुमान गढ़ी राजू दास ने कहा “एक फिल्म निर्माता है लीना जिनके द्वारा बनाई गई फिल्म में सनातन धर्म संस्कृति और हमारे हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाया जाना बहुत ही निंदनीय है। इस के नाते मैं देश के गृहमंत्री से मांग करता हूं कि इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और इस पिक्चर पर बैन लगाया जाए अभी उन्होंने जो ट्रेलर दिखाया है उस ट्रेलर में शक्ति स्वरूपा मां काली के मुख में सिगरेट सुलगाते हुए दिखाया गया है। अभी तत्काल की घटना देख लीजिए कि नूपुर शर्मा ने सही कह दिया तो पूरे देश में आग लग गई। पूरे विश्व में भूचाल आ गया और सनातन धर्म संस्कृति का आप मजाक उड़ाओगे? क्या चाहते हो तुम्हारे भी सिर तन से जुदा हो जाएं क्या ..! यही इच्छा है क्या?”
महंत राजू दास ने आगे कहा, “फिल्म निर्माता लीना की डॉक्यूमेंट्री फिल्म सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान है।” महंत राजू दास ने आगे कहा फिल्म निर्माता मनिमेकलाई ने जो अब तक किया है उस पर उन्हें माफ किया जा सकता है। लेकिन अगर यह फिल्म रिलीज हो जाती है तो फिर हम वह स्थिति उत्पन्न कर देंगे कि कोई संभाल नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म, संस्कृति और हमारे देवी देवताओं का मजाक उड़ाया जाना निंदनीय है।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने देश के गृहमंत्री अमित शाह से फिल्म निर्माता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाने की मांग की है और यह भी कहा है कि फिल्म पर बैन लगाया जाए। राजू दास ने कहा “साधु-संतों में और सनातन धर्म प्रेमियों में इसका जबरदस्त रोष है इसलिए गृह मंत्री जी से मांग करता हूं कि ऐसी फिल्म पर बैन लगाएं और इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. अगर कार्रवाई नहीं होगी तो हम वह स्थिति उत्पन्न कर देंगे कि आप को संभालना मुश्किल हो जाएगा. अभी तो आपने जो दुस्साहस किया है वह क्षम्य है, माफी भी मिल सकती है लेकिन अगर यह फिल्म रिलीज हो गई तो हम वह स्थिति उत्पन्न कर देंगे आप संभाल नहीं पाओगे।”
आपको बता दें अब तक इस पोस्टर विवाद को लेकर यूपी और दिल्ली में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने मां काली पोस्टर मामले में सेक्शन 153A और 295A के तहत एफआईआर दर्ज की है। वहीं फिल्म ‘काली’ की निर्माता लीना मनिमेकलाई के खिलाफ यूपी पुलिस ने भी FIR दर्ज कर ली है।
कनाडा में फिल्म ‘काली’ का एक ऐसा पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और पोस्टर में मां काली के हाथ में LGBTQ का प्राइड फ्लैग भी है। इस पोस्टर ने भारत में बवाल मचा दिया है। बता दें कि ये पोस्टर फिल्ममेकर लीना मनिमेकलई की डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का है। विवाद के बाद लोग सोशल मीडिया पर फिल्ममेकर लीना को जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ये पोस्टर 2 जुलाई को रिलीज हुआ था और इसे कनाडा में आयोजित एक प्रोजेक्ट ‘अंडर द टेंट’ के तहत प्रदर्शित किया गया था। ये प्रोजेक्ट टोरंटो के आगा खान म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया था।
भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व महासचिव शरद शुक्ला ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। शरद ने कहा, “ऐसी वेब सीरीज और डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले लोगों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए।”