Pandit Dhirendra Krishna Shastri:-अपने विवादित बयानों से चर्चाओं में रहने वाले कथावाचक और महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर चर्चा में है। इस बार उनके देवी देवताओं और चांद मियां को लेकर कहीं बातों के कारण विवाद बढ़ सकता है। दरअसल जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के मंदिरों में सांई की प्रतिमा का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि जब सनातनी के पास पूजा करने के लिए 33 कोटि देवी देवता है, तो चांद मियां को पूजने की जरूरत क्या है? विश्व में सबसे ज्यादा पूज्य भगवान राम है वे विश्व के पिता हैं। जो उनका कोई नहीं, वह किसी का नहीं है।
इससे कुछ दिनों पहले कथावाचक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने बुलडोजर को लेकर भी एक बयान दिया था और उस वक्त भी वे काफी चर्चे में थे। वीडियो में कहते नजर आए थे कि “अगर तुम अभी नहीं जागे तो ये तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा इसलिए निवेदन है कि सभी एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर पर बुलडोजर चलवा दो। कुछ दिन में हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं और जो राम के काज पर, सनातनी महात्माओं, संतों और भारतीय सनातनी हिन्दुओं पर पत्थर चलाएगा और उसके घर बुलडोजर चलाएंगे।”
उन्होंने कहा था कि हमारी प्रार्थना है कि हिंदुओं जागो। जो तुम्हारे घर पर पत्थर फेंके, उसके घर जेसीबी लेकर चलो, क्योंकि भारत सनातनियों का है। सब हिंदुओं अपने हाथ में हथियार उठा लो और कह दो हम सब हिंदू एक हैं।
बता दें कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छतरपुर जिले के प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पुजारी और कथावाचक हैं। शास्त्री आजकल अपने राम कथा और दिव्य दरबार को लेकर बहुत चर्चाओं में है। उनकी प्रसिद्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अभी कुछ दिनों पहले वह लंदन में दिव्य दरबार और राम कथा का आयोजन करके आएं। इसके अलावा में अक्सर वे अपने विवादित बयानों को लेकर भी चर्चाओं में रहते हैं.
बताया जाता है कि उनके दादाजी छतरपुर के गांव में दिव्य दरबार लगाते थे, लेकिन उनके निधन के बाद, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दादाजी की तरह छतरपुर के गांव में गड़ा में बालाजी हनुमान मंदिर के पास ‘दिव्य दरबार’ लगाने लगे। उनके लोग इस दरबार की वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते थे। धीरे-धीरे वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोकप्रिय हो गए।