लखनऊ:उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 का रिजल्ट 8 अप्रैल 2022 को घोषित किया था. इस रिजल्ट के परिणाम के घोषित होने के बाद 20 हज़ार अभ्यार्थी निराश हो गए है। इलाहबाद हाईकोर्ट के आदेश पर ये विद्यार्थी शामिल हुए थे,लेकिन अब( NIOS )राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से पास की गई थी ये परीक्षा जिसका रिजल्ट अब रोका गया है। सिंगल बेंच के फैसले को डबल बेंच में चुनौती दी जाएगी। परीक्षा सचिव ने शासन से मंजूरी मांगी है। इन अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल तो किया गया था,लेकिन परिणाम घोषित नहीं किया गया है।
हालत यह है कि परिणाम घोषित होने के बाद से प्रतिदिन सैकड़ों छात्र सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में पहुंचकर अपनी रिजल्ट घोषित करने की गुहार लगा रहे।
दरअसल ,इलाहबाद हाईकोर्ट के आदेश पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 20 हज़ार अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने का मौका दे दिया। UPTET का रिजल्ट घोषित होने के बाद 20 हज़ार अभ्यर्थियों के रिजल्ट पर ‘कोर्ट केस ‘लिखकर आ रहा है।
विद्यार्थी अपना रिजल्ट देखकर परेशान हो गए है ,उनके रातों का नींद उड़ गया है। महज एक चूक ने इन युवाओं का कॅरियर बिगाड़ दिया और शिक्षक बनने के उनके सपने फिलहाल टूटे हुए नजर आ रहे हैं।अब विभाग सिंगल बेंच फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील करने जा रहा है।इसके लिए शासन की अनुमति भी मांगी गयी है।
दरअसल ,इन अभ्यर्थियों का रिजल्ट इसलिए रोका गया क्यूंकि इन अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से D.L.Ed की परीक्षा पास की थी।
8 अप्रैल 2022 को UPTET Result जारी किया था,जिसको लेकर सचिव परीक्षा नियामक अनिल भूषण ने बताया कि 6.60 लाख अभ्यार्थी पास हुए है।
प्राइमरी लेवल पर 38 फीसदी, अपर प्राइमरी में 28 प्रतिशत अभ्यर्थी पास हुए हैं. प्राथमिक स्तर पर 4 लाख 43 हजार 598 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए हैं. इसके अलावा उच्च प्राथमिक स्तर पर 2 लाख 16 हजार 994 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. आंकड़े देखे तो यह पिछले साल से अधिक है।