Health News: आप यदि धूम्रपान करते हैं तो सावधान हो जाइए. एक ताजा शोध के माध्यम से पता चला है कि धूम्रपान करने वाले लोगों में डायबिटीज होने का खतरा आम लोगों की तुलना में 44 फीसदी अधिक होता है. जापान के नेशनल कैंसर के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च पर पाया कि दिन में 20 से ज्यादा सिगरेट पीने वालों में यह खतरा 61 फीसदी तक बढ़ जाता है.
धूम्रपान छोड़ने के पांच साल बाद भी सिगरेट पीने वाले महिलाओं और पुरूषों में इस बीमारी के उभरने की संभावना तकरीबन 2. 84 फीसदी होती है. लेकिन पांच साल के बाद सिगरेट छोड़ने वालों को धूम्रपान का खतरा धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों के समान ही रहता है.
जबकि कम धूम्रपान करने वालों में यह खतरा 29 प्रतिशत पाया गया. एक अध्ययन में पता चला है कि हर वर्ष फेफड़ों के कैंसर के कारण होने वाली 87 प्रतिशत मौतें धूम्रपान के कारण होती हैं. धूम्रपान छोडऩे के बाद भी डायबिटीज की चपेट में आने का खतरा बना रहता है. धूम्रपान से ताउम्र चलने वाली बीमारी टाइप-2 डायबिटीज का खतरा अधिक होता है.
धूम्रपान से होने वाले नुकसान
- धूम्रपान करने से खून में शुगर का स्तर बढ जाता है. जिससे शरीर की इंसुलिन उपयोग करने की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है और फिर मधुमेह को काबू करना मुश्किल हो जाता है.
- एक सिगरेट पीने से शरीर में इंसुलिन का प्रयोग करने की क्षमता 15 फीसदी तक कम हो जाती है. धूम्रपान करने से खून में कोलेस्ट्रॉल और वसा का स्तर बढ जाता है. इससे दिल का दौरा पडऩे की संभावना बढ़ जाती है.
- डायबिटीज रोगी अगर धूम्रपान करते हैं, तो उनका रक्त संचार ठीक से नहीं होता. उनके छोटे घाव भी आसानी से नहीं भरते. इस स्थिति में पैरों में संक्रमण होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
- डायबिटीज और धूम्रपान की जुगलबंदी से गुर्दे की बीमारी का खतरा बढ जाता है. इसके साथ ही उनमें दांतों, मसूढ़ों और अल्सर की शिकायतें भी ज्यादा होती है. आम लोगों की तुलना में मधुमेह से ग्रस्त लोगों के हृदय संबंधी बीमारियों से मरने की आशंका सामान्य लोगों की तुलना में तीन गुना अधिक होती है.