क्या कोरोना वायरस फिर आ गया है? क्या कोरोना वायरस इस बार महातबाही मचाएगा। क्या इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने भी इंटरनेशनल फ्लाइट को लेकर रिव्यू करने को कहा है। क्यों पीएम मोदी चाहते हैं कि अभी इंटरनेशनल फ्लाइट न शुरू की जाएं। असल में पीएम मोदी ने कहा है कि यूरोपियन देशों में जो प्रभाव है उसे कम से कम भारत आने से रोका जा सके।
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कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर दुनिया भर में हलचल मच गई है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। दुनिया भर में इसके अब तक 1500 से ज्यादा केसेज सामने आ चुके हैं। हालांकि ये खुशकिस्मती है कि भारत अभी तक इससे बचा हुआ है। लेकिन 14 देशों से आने वाले यात्रियों को 7 दिन की क्वारनटाइन पीरियड में रखने की बात कही जा रही है। इसे लेकर बाकायदे आदेश जारी हो गए हैं। आखिर क्या है कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को लेकर पूरा मामला? कितना खतरनाक है ओमीक्रॉन। क्या ये भारत में आएगा? इसका चीन से क्या कनेक्शन है?
कोरोना का नया वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला है। इसे लेकर दुनियाभर में अफरा-तफरी का माहौल है। डब्ल्यूएचओ ने इसे ओमीक्रॉन नाम दिया है। लेकिन एक बार फिर डब्ल्यूएचओ पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। जहां कोरोना के शुरुआती दौर में डब्ल्यूएचओ पर चीन को लेकर सॉफ्ट कॉर्नर रखने के कारण सवाल उठे थे वहीं एक बार फिर इस मामले का चीन कनेक्शन सामने आ गया है। आपको बता दें कि कोरोनावायरस के जितने भी वेरिएंट अब तक सामने आए हैं उनका नाम ग्रीक वर्णमाला के आधार पर रखा गया है। ओमीक्रॉन, ग्रीक अल्फाबेट का 15वां अक्षर है। खास बात ये है कि ओमीक्रॉन से ठीक पहले आने वाले लेटर को लेकर किसी वैरीएंट का नाम नहीं दिया गया है।
ओमीक्रॉन से ठीक पहले जो अक्षर आते हैं, वो हैं न्यू और शी। इसके पीछे जो कारण सामने आए हैं, वो काफी हैरान करने वाला है। कहा जा रहा है चीन के राष्ट्रपति का नाम शी जिनपिंग है, इसलिए शी के नाम से समानता होने के कारण इस लेटर को छोड़ दिया गया है। इससे एक बार फिर डब्ल्यूएचओ के चीन परस्त होने के सवाल उठने लगे हैं। आपको बता दें कि भारत ही नहीं इसे लेकर दुनिया भर में सवाल उठ रहे हैं। इंटरनेशनल मीडिया ने भी इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं। लंदन से छपने वाले अखबार द टेलीग्राफ ने इसे लेकर पोल खोल दी है। इंग्लैंड के अखबार द टेलीग्राफ के मुताबिक डब्ल्यूएचओ से जुड़े सूत्रों के मुताबिक शी जिनपिंग के नाम से समानता होने के कारण ही इस वैरीएंट को शी नाम नहीं दिया गया है।