देश के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना मामलों को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की गयी। बैठक के ठीक बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस वार्ता कर दिल्ली में साप्ताहिक कर्फ्यू लगाने के फैसले पर जानकारी दी। दिल्ली में शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक वीकेंड कर्फ्यू लागू रहा करेगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी में वीकेंड कर्फ्यू लागू किए जाने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही डीडीएमए की बैठक में ये फैसला भी लिया गया है कि सरकारी दफ्तरों में जरूरी सेवाओं से जुड़े दफ्तरों को छोड़कर सभी लोग वर्क फ्रॉम होम करें। इसके अलावा, निजी संस्थानों में 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम करने के लिए भी कहा गया है। मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में अभी 420 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। हालांकि, सिर्फ 124 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी है। जबकि 7 वेंटिलेटर पर हैं। मनीष सिसोदिया ने कहा, विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन में काफी कम लक्षण आ रहे हैं। हालांकि, कोरोना हो रहा है तो हमें सावधान रहने की जरूरत है।
दिल्ली में ये प्रतिबंध लागू (Delhi Government Corona Guideline)
- दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू के दिन जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेंगी।
- सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत स्टाफ ही करेगा काम।
- सरकारी कार्यलयों में आनलाइन या वर्क फ्राम होम लागू होगा, केवल अनिवार्य सेवाओं के कार्यालय खुले रहेंगे। प्राइवेट कार्यालयों में 50 प्रतिशत स्टाफ को काम करने की इजाजत होगी।
- स्वास्थ्य कर्मियों को बिना रोकटोक के आवागमन की छूट होगा।
- बिजली, पानी, संचार समेत अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालय खुले रहेंगे
- वीकेंड कर्फ्यू के दौरान शनिवार और रविवार को लोगों को बिना वजह आने-जाने की इजाजत नहीं होगी।
- हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति में किसी को नहीं रोका जाएगा।
- गर्भवती महिलाओं को जांच-इलाज से मुक्त रखा जाएगा।
- कोरोना की जांच के लिए लोग घरों से अस्पताल या लैब आ सकेंगे।
बता दें बीते 24 घंटे में दिल्ली 4000 से अधिक कोरोना के मामले सामने आये हैं, जबकि संक्रमण दर 6.46% (Corona Positivity Rate) हो गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) का कहना है कि इन केसों में आए उछाल की मुख्य वजह ओमिक्रोन वायरस (Omicron Virus) है. दिल्ली में करीब 84 फीसदी मामले ओमिक्रोन के है।