पैगंबर मोहम्मद टिप्पणी विवाद में देश भर से भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ हर रोज भयावह तस्वीर सामने आ रही है। उन्हे मारने की धमकियों के साथ-साथ अब उनके पुतले को बीच बाजार टांग दिया गया, जिसे देख यह एहसास नहीं होता है की हम भारत में रह रहे हैं। दरअसल, कर्नाटक के बेलगावी में एक मस्जिद के बाहर नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी पर लटकाया गया है। इसी मामले में प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने खुलकर अपना गुस्सा जाहिर किया है।
प्रसाद ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पुतले को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने पुतले को फंसी पर लटकाने की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा, “यह कर्नाटक में नूपुर शर्मा का लटका हुआ पुतला है। विश्वास नहीं हो रहा है कि यह 21वीं सदी का भारत है। मैं सभी से आग्रह करुंगा कि राजनीति को छोड़ें और प्रबुद्ध बनें। यह तो बहुत ज़्यादा है।”
इसके बाद उन्होंने लिखा, “इस ट्वीट का जो अर्थ है वह अविश्वसनीय है। इस हालात के लिए समाचार चैनलों के साथ-साथ ऐसी गतिविधियों को न्यायोचित ठहराने वाले जिम्मेदार हैं। वैसे यह सिर्फ एक पुतला नहीं है, बल्कि बिना किसी शब्दों के एक से अधिक लोगों के लिए खतरा है।”
वेंकटेश ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, “और अगर इससे लोगों की भावनाएं आहत होती हैं तो देश में ऐसे लोगों की सूची अंतहीन है। जब पत्रकारों से लेकर सांसदों तक, प्रमुख समाचार पत्रों से लेकर तथाकथित प्रमुख अभिनेताओं तक हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाते हैं तो केवल सनातन धर्म ने बार-बार सहिष्णुता दिखाई है।”
उन्होंने आगे लिखा, “दो गलत होने से सही नहीं होता, लेकिन मैं किसी ऐसे देश के बारे में नहीं जानता जहां बहुसंख्यक आबादी इतनी असुरक्षित महसूस करती हो। हर किसी को संरक्षित करने की जरूरत है, लेकिन प्रचार-प्रसार के लिए इस ब्रेनवॉश को रोकने की जरूरत है। सहिष्णुता दो तरफा सड़क है।”
उनके इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने उन्हें निशाना बनाना शुरू किया तो भड़के वेंकटेश ने अपने तीखे ट्वीट से उन्हे भी करारा जवाब दिया। नूपुर शर्मा के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। उन्हे जान से मारने की धमकी भी दी गई है।
ताजा मिली जानकारी के अनुसार, आज नूपुर की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। कोलकाता पुलिस ने नूपुर शर्मा को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने उन्हे 20 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है।
वहीं दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तथा विवादास्पद पुजारी यति नरसिंहन सहित 31 अन्य लोगों के खिलाफ एवं कथित तौर पर नफरत फैलाने व धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
दूसरी प्राथमिकी में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, उनमें पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर दिल्ली भाजपा मीडिया इकाई के पूर्व प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निलंबित कर दिया गया और नूपुर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। इस एफआईआर में पत्रकार सबा नकवी और अन्य लोगों का नाम शामिल है।