शनिवार को देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े गोबर गैस प्लांट का लोकार्पण किया। ये बायो सीएनजी प्लांट पी.पी.पी. मॉडल पर आधारित है। इस प्लांट में प्रतिदिन 550 एमटी गीले कचरे (घरेलू जैविक कचरे) को उपचारित किया जाएगा, जिससे 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सी.एन.जी. गैस और 100 टन उच्च गुणवत्ता की आर्गेनिक कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। इस प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सी.एन.जी. में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम, इंदौर को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग के लिए उपलब्ध होगी। शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को बेची जा सकेगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा, इंदौर के लोगो को बधाई देता हूं। इंदौर एकमात्र ऐसा शहर है जो 6 तरह के कचरे को अलग करता है। 20 से ज्यादा बाजार जीरो वेस्ट बने है, 3 हजार बेकलेन बनी जहां बच्चे खेलते है। इंदौर में मैं भी झोलाधारी इंदौर चलाया जा रहा है। यहां नदियों को पुर्नजीवित किया जा रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र को भोपाल, जबलपुर और रीवा भी इसी ओर बढ़ रहे हैं। इस प्लांट में गीले कचरे से खाद बनाई जाएगी। इस प्लांट में बैक्टीरिया तैयार करने में गोबर का इस्तेमाल करेंगे, किसानों से गोबर खरीदा जाएगा। प्लांट में सौर उर्जा का उपयोग करेगा। इस तरह आम के आम गुठलियों के दाम की कहानी को चरितार्थ करता है यह प्रोजेक्ट। ऊर्जा साक्षरता का अभियान प्रदेश में चला रहे है, ताकि ऊर्जा को बचाने के साथ निर्माण भी हो।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम ने किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर स्थित शहरी गीले कचरे से बायो-सीएनजी बनाने के एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन प्लांट का लोकार्पण किया। पीएम ने कहा कि आज का दिन स्वच्छता के लिए इंदौर के अभियान को एक नई ताकत देने वाला है। इंदौर को आज गीले कचरे से बायो गैस बनाने का जो प्लांट मिला है, उसके लिए मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं। पीएम ने कहा कि आज का दिन स्वच्छता के लिए इंदौर के अभियान को एक नई ताकत देने वाला है। इंदौर को आज गीले कचरे से बायो गैस बनाने का जो प्लांट मिला है, उसके लिए मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं। शहर में घरों से निकला गीला कचरा हो, गांव में पशुओं-खेतों से मिला कचरा हो, ये सब एक तरह से गोबरधन ही है। शहर के कचरे और पशुधन से गोबरधन, फिर गोबरधन से स्वच्छ ईंधन, फिर स्वच्छ ईंधन से ऊर्जाधन, ये श्रंखला, जीवनधन का निर्माण करती है।
PM मोदी ने कहा कि आने वाले दो वर्षों में देश के 75 बड़े नगर निकायों में इस प्रकार के गोबरधन बायो CNG प्लांट बनाने पर काम किया जा रहा है। ये अभियान भारत के शहरों को स्वच्छ बनाने, प्रदूषण रहित बनाने, स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में बहुत मदद करेगा।
यह है इस प्लांट की खासियत
- 20 साल के लिए जर्मनी की कंपनी से पीपीपी मॉडल के तहत साझेदारी।
- 2.52 करोड़ रुपए हर साल कंपनी नगर निगम को देगी।
- 96 फीसदी मिथेन गैस प्लांट में बनेगी, पचास फीसदी गैस उद्योगों को बेची जाएगी।
- 5 रुपए कम में नगर निगम को आधी गैस मिलेगी।
- 400 से अधिक सिटी बसों का संचालन सीएनजी गैस से होगा।