गैर-मुस्लिमों से इस्लामिक जिहादियों की नफरत जग जाहिर है और खासकर हिंदुओं व हिंदुस्तानियों से। हिन्दू व हिन्दुस्तानी इन जिहादियों को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं ये उन्होंने खुद साबित किया है। दरअसल, योग दिवस के मौके पर 21 जून को मालदीव के नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में भारतीय सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अचानक इस्लामी भीड़ ने घुसकर उपद्रव किया। सामने आई वीडियो में देख सकते हैं कि शांति से बैठ कर योग कर रहे लोगों पर कट्टरपंथियों की भीड़ शोर करते हुए स्टेडियम में घुसी और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे अराजक भीड़ झंडे को उखाड़ते हुए ध्यान में बैठे लोगों को स्टेडियम से खदेड़ रही है। अन्य वीडिओस में स्टेडियम में खाने पीने का सामान नीचे बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है। सभी टेबल गिरी पड़ी है और पीछे की ओर से जोर-जोर शोर मचाया जा रहा है।
पूरी घटना गलोलूह स्टेडियम की बताई जा रही है। इस मामले में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने ट्विटर पर बताया है कि “मालदीव पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।” उन्होंने आश्वासन दिया है कि, “जो कोई भी इस घटना के लिए जिम्मेदार होगा उसे सजा दी जाएगी।”
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि योग कर रहे कुछ लोगों ने स्टेडियम में घुसी भीड़ पर धमकी देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भीड़ ने उनसे फौरन स्टेडियम खाली करने को कह दिया था। लेकिन बाद में पुलिस ने स्थिति को संभाला और आँसू गैस छोड़ कर स्थिति को कंट्रोल किया।
बता दें कि योग और ध्यान का ये कार्यक्रम स्टेडियम में 6: 30 बजे भारतीय सांस्कृति केंद्र द्वारा भारत के युवा, खेल और सामुदायिक विकास मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था। कई लोगों ने इसमें भाग भी लिया था। लेकिन भीड़ के उपद्रव के वजह से इसे जारी नहीं रखा जा सका। इस इवेंट में कई राजनयिक, सरकारी अधिकारी और मालदीव के मंत्री भी शामिल थें।
इस मामले के सामने आने के बाद से देखा जा सकता है कि चाहे भारत हो या कोई और देश, हिन्दू व भारतीय संस्कृति से नफरत करने वाले जिहादियों की कमी नहीं है। भले ही देश के राष्ट्रपति ने कार्रवाई का आश्वासन दिया हो लेकिन इस घटना ने जिहादियों की सोच को सरे-आम जाहिर कर दिया है। जो योग लोगों की सेहतमंद बनता है और उन्हे कई बीमारियों से दूर कर एक स्वास्थ्य मन व तन प्रदान करता है इन जिहादियों को उससे भी घृणा है। आज योग दिवस को केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व मान्यता देता है और इसे अपनाकर जीवन को स्वस्थ्य रखता है। लेकिन योग की जड़ भारत है केवल इसलिए कट्टरपंथियों को इससे नफरत है।