नई दिल्ली: इस आर्टिकल में हम जो आपको ख़बर बताने वाले है वो न सिर्फ आपको हैरान कर देगी बल्कि सरकार पर कई तरह के सवाल भी खड़े करेगी। ख़बर बिहार से है।जहां पर विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें मिली है।जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो को देख कर आप अंदाजा लगा लेंगे कि बिहार की नितीश सरकार में शराबबंदी किस कदर विफल साबित हो रही है। जिसका सीधा उदाहरण मंगलवार को विधानसभा परिसर में ही देखने मिला गया।
विधानसभा परिसर में शराब की कई बोतल मिलते ही सनसनी फैल गई। यहां तक कि खुद तेजस्वी यादव मौके पर पहुंचकर नीतीश सरकार के खिलाफ मिले मुद्दे को भुनाने में जुट गए। इतना ही नहीं तेजस्वी में इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग भी की हैं।
शराब की बोतल विधानसभा परिसर में मिलने पर तेजस्वी ने कहा कि ऐसे समय में जब विधानसभा की सुरक्षा इतनी कड़ी है। तब शराब के बोतलें मिलना साफ़ करता हैं कि बिहार में शराबबंदी नाकाम है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा परिसर में कितने धड़ल्ले से शराब की बोतल पहुंच गई। अगर बिहार विधानसभा में बोतल पहुंच गई तो सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए। जहां सीएम खुद बैठे हैं, वहां से यह स्थान 100 मीटर भी नहीं होगा।
तेजस्वी यही नहीं रुके उन्होंने आगे मांग कि बिहार विधानसभा के अंदर शराब की बोतल कहां से आई ? मुख्यमंत्री को खुद मुआयना करना चाहिए। शराब माफिया के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर हमने देखी है। नीतीश कुमार के मंत्रियों को अपराध करने की छूट है। CM को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेराजगारी, चिकित्सा, पलायन आदि मामलों में इस सरकार ने बिहार को बदनाम कर दिया है।
आपको याद दिला दें कि बिहार में शराब को लेकर पहले भी नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर रहे है। बिहार में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा मौतों को लेकर आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में स्वीकार किया था कि राजधानी पटना में शराब बिक भी रही है और लोग पी भी रहे हैं। शराबबंदी के मामले में नीतीश को अपने ही सहयोगी दल बीजेपी की भी आलोचना का सामना करना पड़ा रहा है।हालांकि सीएम ये साफ कर चुके हैं कि वे शराबबंदी पर पीछे नहीं हटेंगे। इसी मुद्दे पर हाल ही में उन्होंने सख्त लहजे में कहा था कि प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कोई भी समझौता नहीं होगा। साथ ही उन्होंने कहा था, बिहार में शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए जो भी करना पड़े, वो करेंगे।
मालूम हो कि बिहार भाजपा अध्यक्ष और लोकसभा सांसद संजय जायसवल ने कुछ समय पहले कहा था कि पुलिस की मिलीभगत के बिना राज्य में अवैध शराब की बिक्री नहीं हो सकती। जायसवाल ने कहा कि निश्चित रूप से इस नीति की समीक्षा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा था कि स्थिति भयावह है। पुलिस प्रशासन की मदद से ही पूर्वी चंपारण क्षेत्र में शराब का कारोबार हो रहा है।
हालांकि नीतीश कुमार ने शराब बंदी को कड़ाई से लागू करने के लिए पिछले हफ्ते कई फैसले भी लिए थे। चौकीदार से लेकर आला अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय की गई थीं। लेकिन इस वीडियो से ये साफ़ है कि सरकार शराब को लेकर कितनी कड़ी है।