नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक सदस्य ने राज्यसभा (Budget Disussion in Rajya Sabha) में गुरुवार को कहा कि वह चाहे रिलायंस हो, अंबानी हो या अडानी या फिर कोई और उनकी पूजा (Ambani-Adani should be worshipped) की जानी चाहिए। उनका सम्मान किया जाना चाहिए। कारण है कि वो इस देश में लोगों को रोजगार देते हैं। राज्यसभा में आम बजट पर चर्चा (Budget Discussion) के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के सदस्य के जे अलफोंस (Alphons speech in Rajya Sabha) ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सरकारी नीतियां आय की असमानताओं को बढ़ा रही हैं. उन्होंने कहा कि आप मुझ पर पूंजीपतियों का मुखपत्र होने का आरोप लगा सकते हैं, जिन लोगों ने देश में रोजगारों का सृजन किया है, मुझे उनके नाम लेने दें क्योंकि आपने भी उन लोगों का नाम लिया है. फिर चाहे वह रिलायंस हो, अंबानी हो या फिर अडानी हो, फिर चाहे कोई भी हो, उनकी पूजा की जानी चाहिए. हां, क्योंकि उन्होंने रोजगारों का सृजन किया है.
उन्होंने कहा, ‘पैसा निवेश करने वाले लोग अंबानी, अडानी या इस देश में पैसा बनाने वाला हर उद्योगपति रोजगारों का सृजन कर रहा है. इनका सम्मान किए जाने की जरूरत है.’
इसके साथ ही अल्फोंस ने तर्क दिया कि वैश्विक असमानताएं एक तथ्य है. विपक्ष ने तर्क दिया है कि दो लोगों की संपत्ति बढ़ी है.
उन्होंने कहा, ‘एलन मस्क की संपत्ति 1016 फीसदी बढ़ी है. क्या आपको इसकी जानकारी है? गूगल के संस्थापक लैरी पेज की संपत्ति 126 फीसदी बढ़ी है. जेफ बेजोस की संपत्ति 67 फीसदी बढ़ी है. इन शीर्ष 10 उद्योगपतियों में से सबसे कम संपत्ति बिल गेट्स की बढ़ी है. उनकी संपत्ति में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है. वैश्विक असमानताएं एक सच्चाई है, फिर चाहे आप उसे स्वीकार करें या नहीं. दुनिया में तीन अरब लोग एक दिन में पांच डॉलर से भी कम में जीवनयापन कर रहे हैं इसलिए वैश्विक असमानताएं एक तथ्य है.’
बता दें कि बीजेपी सांसद के जे अल्फोंस का ये बयान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इस भाषण के आया है जो उन्होंने गरीबी और बेरोजगारी को लेकर दी थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर देश को अमीर और ग़रीब भारत में बांटने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार की वजह से भारत में अमीर और अमीर होते जा रहे हैं. देश की 40 फ़ीसदी आमदनी सिर्फ़ कुछ पूंजीपतियों के पास है. उन्होंने कहा कि अमीरों और ग़रीबों के बीच ख़ाई बढ़ती जा रही है.
राहुल के इस भाषण के बाद गुरुवार को बीजेपी सांसद के जे अल्फोंस ने करारा जवाब दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये बात तो साफ है कि अगर कोई इंडस्ट्रियलिस्ट भारत का है तो सीधी सी बात है वो देश में रोजगार का सृजन कर रहा है। जबकि अगर हम विपक्ष की जहां सरकार हैं उन राज्यों में नज़र डाले तो ज्यादातर राज्यों में कोई इंडस्ट्री नहीं है और वहां रोजगार की कमी है। उद्धरण के तौर पर आप पश्चिम बंगाल को ही देख लोजिए। यहां कोई इंडस्ट्री नहीं है। केरल में भी कोई बड़ी इंडस्ट्री नहीं लगी है। अगर कहीं इंडस्ट्रीज लगे हैं तो वो हैं तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्य में। जबकि वामपंथी शासित राज्यों में इंडस्ट्रीज को कोई जगह नहीं दी गई है। हालांकि, महाराष्ट्र का नाम भी इंडस्ट्रियल स्टेट में गिना जाता है।