पिछले 18 दिनों में तकनीकी खामी की आठ घटनाओं के बाद बुधवार को स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस विमानन नियामक DGCA ने जारी किया है। नोटिस में कहा गया है, ”घटना की समीक्षा से पता चलता है कि आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण खराब है और रखरखाव को लेकर पर्याप्त कदम नहीं उठाये जाने से सुरक्षा में कमी आयी है।”
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट को नोटिस पर जवाब देने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है। नोटिस के अनुसार, ”डीजीसीए द्वारा सितंबर 2021 में किए गए वित्तीय आकलन से यह भी पता चला है कि एअरलाइन द्वारा संरक्षा संबंधी आपूर्तिकर्ताओं द्वारा स्वीकृत विक्रेताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे कलपुर्जों की कमी हो रही है और विमान के संचालन के लिए आवश्यक MEL की बार-बार मांग की जा रही है।”
डीजीसीए ने कहा कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम, 1937 की 11वीं अनुसूची और नियम 134 की शर्तों के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने में नाकाम रही है। डीजीसीए के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
उन्होंने ट्वीट किया, ”यहां तक कि सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा करने वाली छोटी से छोटी त्रुटि की भी गहन जांच की जाएगी और इसे ठीक किया जाएगा।”
Passenger safety is paramount. Even the smallest error hindering safety will be thoroughly investigated & course-corrected. https://t.co/UD1dJb05wS
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 6, 2022