पैगंबर मोहम्मद पर टीवी डिबेट के दौरान टिप्पणी कर घिरीं नूपुर शर्मा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। टिप्पणी के आरोप में भाजपा ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया। वहीं अब मुंबई पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजेगी। मुंबई के पायधुनी पुलिस थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने कहा कि “मुंबई पुलिस जल्द नूपुर शर्मा को समन कर के बयान दर्ज कराने के लिए पेश होने को कहेगी। उन पर एक टीवी डिबेट में पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप हैं।” नुपूर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ओवैसी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मुस्लिम समुदाय से जुड़े संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है।
उनके टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के बाद अगले ही दिन मुंबई पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था। यह केस रजा अकादमी के जॉइंट सेक्रेटरी इरफान शेख ने दर्ज कराया था। मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने बताया कि “29 मई की रात को नूपुर शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। नूपुर शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 295A के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके तहत उन पर धार्मिक वैमनस्य को उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा दो समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के आरोपों में सेक्शन 153A के तहत केस दर्ज हुआ है।”
मुंबई के CP ने स्पष्ट किया है कि इस सम्बन्ध में जो भी कार्रवाई ज़रूरी होगी, उनकी पुलिस करेगी। आरोप है कि ज्ञानवापी मामले पर टीवी डिबेट के दौरान उन्होंने पैगंबर मुहम्मद के बारे में विवादित बयान दिया था। शिकायतकर्ता इरफ़ान शेख ‘रज़ा अकादमी’ के जॉइंट सेक्रेटरी हैं।
वहीं इस मसले में साध्वी प्राची ने नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कहा कि “हिन्दू देवी-देवताओं की नग्न तस्वीरें बनाने वाले एमएफ हुसैन को क़तर नागरिकता देता है, जबकि शिवलिंग को फव्वारा बताने वालों को जवाब दिया गया तो उसने भारतीय राजदूत को समन कर दिया।”
यह मामला केवल भारत तक ही सीमित नहीं रहा हैं। इस मामले में क़तर, ईरान और कुवैत ने भारतीय राजदूत को तलब कर के आपत्ति जताई, वहीं पाकिस्तान ने भी भारत की आलोचना की। साथ ही सऊदी अरब ने भी इस बयान पर ऐतराज जताया है। इस बीच 57 मुस्लिम देशों के इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी इसकी निंदा की है।
बता दें कि विवादित बयान देने के बाद भाजपा ने रविवार को राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया। वहीं दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल का भी निलंबन किया गया है। भाजपा ने कहा कि हम सभी धर्मों और उनके पूज्यों का सम्मान करते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक लेटर जारी कर कहा- भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करने वाली पार्टी है। फिलहाल नूपुर शर्मा ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली है। फिर भी यह मामला शांत होता नज़र नहीं आ रहा है।
ये विडंबना ही है कि जिन देशों में मजहब के नाम पर शासन चलता है, जहां लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है, वे देश एक धर्मनिरपेक्ष और दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत को नसीहत दे रहे हैं। उस बहुलतावादी भारत को नसीहतें मिल रही हैं जो अपने सभी अल्पसंख्यकों को अधिकारों की संवैधानिक गारंटी देता है। अब देखना होगा भारत इस मामले को कैसे सुलझाता है।