बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की लॉन बॉल की महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया है। हर पदक जीतने वाले खिलाड़ी की तरह अब लॉन बॉल की टीम लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी तिर्की के साथ भी प्रधानमंत्री वीडियो कॉल पर बात करेंगे और इनका उत्साहवर्धन करेंगे।
बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लॉन बॉल इवेंट में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया है। मंगलवार को साउथ अफ्रीका को फाइनल इवेंट में मात देकर टीम इंडिया ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह पहली बार हुआ है जब कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को इस इवेंट में कोई भी मेडल मिला है।
अब आप सोच रहे होंगे कि, ये लॉन बॉल क्या है? यह गेम हमारे देश में हर गली-मोहल्ले में खेले जाने वाले खेल कंचे की तरह है, लान बॉल इसी का बड़ा और बदला हुआ रूप है. मगर इन खिलाड़ियों को यहाँ तक पहुँचने के लिए काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा है। इन चारों खिलाड़ियों की उम्र 34 से 42 के बीच है। दिलचस्प बात है कि इन खिलाड़ियों का इतिहास बताता है कि ये सभी खिलाड़ी पहले अलग- अलग खेल में सक्रिय थीं। लेकिन, किसी को चोट लगने के कारण तो किसी को पैसे की तंगी के कारण उस खेल को छोड़ना पड़ा। आज इनका संघर्ष यहां गोल्ड मेडल तक ले आया।
इन चार महिलाओं ने अपने खर्चे से इंग्लैंड तक का सफर तय किया है। आपको बता दें कि लवली चौबे झारखंड और नयनमोनी सैकिया असम पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं, रूपा रानी तिर्की झारखंड के रामगढ़ में स्पोर्ट्स ऑफिसर और पिंकी दिल्ली के एक स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर की अपनी तनख्वा के भरोसे यहां तक पहुंची है। आज पूरा देश इनके संघर्ष को सलाम करता है।