नूपुर शर्मा के विरोध में राजस्थान के बूँदी में जहरीली बयानबाजी करने वाले मुफ़्ती को आख़िरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित का नाम मुफ़्ती नदीम अख्तर है। मुफ़्ती नदीम ने 3 जून 2022 को पुलिस के आगे ही भड़काऊ बयानबाजी करते हुए मरने और मारने की धमकी दी थी। मौलाना नदीम ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, ‘जो पैगंबर साहब के खिलाफ बोलेगा, उसकी आंख नोंच लेंगे, हाथ उठाया तो हाथ तोड़ देंगे और उंगली उठाई तो उंगली भी तोड़ देंगे…’
बूंदी के मौलाना ने बयान में कहा था कि अगर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बयान अगर कानूनी तौर पर सही है, तो हम ऐसे कानून के खिलाफ भी जाएंगे। अगर कानून के खिलाफ है तो बूंदी प्रशासन और देश की हुकूमत कान खोलकर सुन लें, आका की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ एक्शन ले ले, अगर नहीं लिया तो फिर मुसलमान रिएक्शन देगा।
मौलाना मुफ्ती ने कहा था कि मुसलमान जब रिएक्शन देता है तो तारीख उठाकर देख लें, जब जब जिस कौम के खिलाफ मुसलमानों ने रिएक्शन दिया है, जमीन का एक टुकड़ा तक नसीब नहीं हुआ। अगर बयान देने वालों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया तो हम रिएक्शन देंगे। ये कोई गुजारिश नहीं, खुली चेतावनी है।
इस धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। मुफ़्ती की गिरफ्तारी 28 दिनों के बाद 1 जुलाई 2022 को हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुफ़्ती नदीम अख्तर बूंदी का शहर काजी भी है। कन्हैया लाल की उदयपुर में हुई निर्मम हत्या के बाद मुफ़्ती नदीम का वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहा था और उसकी गिरफ्तारी की माँग की जा रही थी। आखिरकार सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने, भड़काऊ भाषण देने सहित कई धाराओं में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि मुफ़्ती नदीम की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थन में थाने के बाहर नदीम समर्थकों का जमावड़ा शुरू हो गया। एहतियातन थाने के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। गिरफ्तारी बूंदी कोतवाली पुलिस द्वारा की गई है। मुफ़्ती नदीम के साथ उसके एक साथी मोहम्मद आलम को भी गिरफ्तार किया है।