Jharkhand: झारखंड के मनरेगा मजदूरों (MGNREGA Workers) का करीब 2 महीने का मजदूरी सरकार के पास बकाया है। मजदूरी ना मिलने की वजह से मजदूरों को काफी परेशानी हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार से पैसा नहीं मिलने के कारण मनरेगा मजदूरों (MGNREGA Workers) का भुगतान रुका हुआ है। भुगतान ना होने की वजह से मनरेगा कार्यों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। मजदूरी(Wage) के अभाव में मजदूर दूसरे कार्यों को करने पर विवश है।
केंद्र की ओर से मात्र 7 करोड़ की राशि ही हुई आवंटित
अभी मजदूरों को भुगतान के लिए करीब 300 करोड़ की राशि चाहिए। इस बारे में केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग (Central Rural Development Department) की तरफ से कहा जा रहा है कि मनरेगा मजदूरों (MGNREGA Workers) के भुगतान के लिए राशि जारी कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से झारखंड को अब तक 7 करोड़ की राशि दे दी गई है, जबकि भुगतान के लिए 300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अभी और भी चाहिए।
अभी तक नहीं निकला कोई समाधान
हाल ही में, केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव एनएन सिन्हा समेत दूसरे अधिकारी झारखंड की राजधानी रांची आए थे। अधिकारियों के दौरे के बाद भी मनरेगा मजदूरों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। हर दिन मजदूरों की समस्या विकराल होती जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार के पास झारखण्ड के मनरेगा मजदूरों का कुल 308.87 करोड़ रूपये बकाया है। तो आइये जानते है मनरेगा मजदूरों की कहां कितनी राशि है बकाया।
- रांची- 10.65 करोड़
- पलामू- 18.98 करोड़
- रामगढ़- 5.27 करोड़
- सरायकेला- 10.40 करोड़
- सिमडेगा- 5.0 करोड़
- बोकारो- 12.29 करोड़
- चतरा-10.97 करोड़
- कोडरमा- 7.07 करोड़
- लातेहार – 7.90 करोड़
- लोहरदगा- 2.95 करोड़
- धनबाद- 9.47 करोड़
- प सिंहभूम- 7.5 करोड़
- पू सिंहभूम- 6.96 करोड़
- गढ़वा- 38.55 करोड़
- गिरिडीह- 33.41 करोड़
- गुमला- 6.06 करोड़
- हजारीबाग- 21.45 करोड़
- खूंटी- 2.66 करोड़
- जामताड़ा-12.28 करोड़
- देवघर- 22.41 करोड़
- गोड्डा- 11.97 करोड़
- दुमका- 19.34 करोड़
- पाकुड़- करोड़ 6.87
- साहिबगंज- 8.46 करोड़