दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। वहीं, दिल्ली पुलिस की मांग के अनुसार उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने जुबैर के खिलाफ FIR में आपराधिक षडयंत्र और सबूत नष्ट करने के नए आरोप जोड़े हैं। यहीं नहीं ज़ुबैर पर प्रवर्तन निदेशालय की तलवार भी लटक रही है, क्योंकि ED ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर भी जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि शनिवार को दिल्ली पुलिस ने ज़ुबैर को कोर्ट में पेश किया। इस दौरान पुलिस ने कहा कि हमने मोबाइल फोन जब्त किया है और हार्ड डिस्क भी बरामद किया है। पेशी के दौरन पुलिस ने जुबैर को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी। वहीं, जुबैर के खिलाफ दर्ज एफआईआर में आईपीसी की और धाराएं जोड़ी हैं। इन सब के बीच जुबैर के वकील ने दिल्ली पुलिस ने उनके बेल ऑर्डर को लीक करने का आरोप लगाया है।
जानकारी अनुसार आपराधिक साजिश और सबूत नष्ट करने की धाराओं को FCRA की धारा-35 के साथ FIR में जोड़ा गया है। वहीं पूरे मामले में ED मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर सकती है। दरअसल, ED ने मोहम्मद जुबैर के बैंक खाते का विवरण मांगा है। रिपोर्टों के अनुसार, ED ने दिल्ली पुलिस से FIR और रिमांड के कागजात भी मांगे हैं। ED मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए जुबैर के बैंक खाते के विवरण की जांच करेगा। यदि उन्हें सबूत मिलते हैं, तो मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच और कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने सूचित किया था कि मोहम्मद जुबैर के बैंक खाते में पिछले कुछ दिनों में 50 लाख से अधिक का लेनदेन हुआ था। अब यह भी स्वाभाविक है कि ऐसे में इतनी बड़ी रकम का लेन देन यूंही नहीं हो जाता, इसलिए इसको जांच के दायरे में लाते हुए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों और संलिप्तता की जांच के लिए ईडी ने अपने काम को शुरू कर दिया है। पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने टिप्पणी की है कि, “हमारे पास सबूत हैं कि पिछले कुछ दिनों में उनके खाते का उपयोग करके 50 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया है, जिस पर हम गौर करेंगे।”
वहीं दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कहा कि ‘ऑल्ट न्यूज’ को संचालित करने वाली कंपनी प्रावदा मीडिया को विभिन्न लेन-देन के जरिये दो लाख रुपये से अधिक की राशि ऐसे माध्यमों से मिली, जिनका या तो मोबाइल फोन नंबर या आईपी पता अन्य देशों का था।
पुलिस द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि ‘रेजरपे’ भुगतान माध्यम से प्राप्त एक जवाब के विश्लेषण से पता चला कि ऐसे कई लेन-देन हुए, जिनमें या तो मोबाइल फोन नंबर भारत के बाहर का था या आईपी पता बैंकॉक, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, न्यूयॉर्क, इंग्लैंड, अबू धाबी, वाशिंगटन, न्यू जर्सी, कैलिफोर्निया, टेक्सास, दुबई, अमीरात, बहरीन, कुवैत, पाकिस्तान और स्कॉटलैंड समेत कई अन्य बाहरी शहरों और विदेशों का था। बयान के मुताबिक, इन लेन-देन से प्रावदा मीडिया को कुल 2,31,933 रुपये मिले हैं।
कहते हैं, जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, कभी-कभी वे स्वयं उसी गड्ढे में गिर जाते हैं और इसके लिए मोहम्मद ज़ुबैर से बड़ा उदाहरण इस समय कोई और हो ही नहीं सकता। फेक न्यूज का पर्दाफाश करने के नाम पर हिन्दू देवी देवताओं को निरंतर अपमानित करने वाले Alt News के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर पर कानूनी एजेंसियों का शिकंजा जिस प्रकार से कसता जा रहा है कि उसकी जेल की कहानी अब लंबी होती जाएगी क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग और ED की एंट्री ने केस को और नये आधार दे दिए हैं जो ज़ुबैर के लंबे जेल-टूर की दस्तक दे रहा है।