लखनऊ :साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) से पहले पार्टियों के बीच राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। अभी हाल ही में राजा भैया (Raja Bhaiya) की एक तस्वीर उनके बेहद ही खास दोस्त मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के साथ वायरल हो रही थी। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद लगातार के कयास लगाए जा रहे थे कि राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक (Jansatta Dal Loktantrik) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बीच गठबंधन हो सकती है। हालांकि, कई लोग ये भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर राजा भैया और मुलायम सिंह (Raja Bhaiya and Mulayam Singh Yadav Meeting) के बीच इस मुलाकात में क्या बात हुई थी?
दरअसल, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का दबदबा प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में लगातार बना हुआ है। यही वजह है कि वो यहां से छह बार के विधायक रह चुके हैं। ऐसे में चुनाव से पहले राजा भैया ने पिछले दिनों सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और साथ ही इस मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की थी, जिसके बाद से तरह-तरह के सवाल खड़े होने लगे थे। ऐसे में इन तमाम कयासों के बीच मुलायम सिंह से हुई मुलाकात को लेकर राजा भैया ने बड़ा बयान दे दिया है।
एक टीवी न्यूज़ चैनल के साथ इंटरव्यू में जब राजा भैया से पूछा गया कि सपा संरक्षक से मुलाकात होने पर आपकी क्या बात हुई? क्या 2022 के चुनाव में आप समाजवादी पार्टी के साथ आगे बढ़ेंगे? इस सवाल के जवाब में राजा भैया ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी। हमारे जन्मदिन पर उनका हमेशा फोन आता रहा है। इसके अलावा त्योहारों पर भी उनका फोन आता है। वो सामान्य मुलाक़ात थी इसलिए इसको राजनीति से जोड़कर न देखा जाए।”
कुंडा विधायक ने आगे बताया कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के व्यक्तित्व को चाहने वाले लोग पार्टी के बाहर भी हैं। जो उनका सम्मान करते हैं और उनके शुभचिंतक भी हैं। वहीं जब राजा भैया से पूछा गया कि कौन मानेगा की चुनाव के दो महीने पहले व्यक्तिगत मुलाकात करने आप गए थे? इसके जवाब में राजा भैया ने कहा कि उनके जन्मदिन पर मैं बाहर था इसलिए नहीं पहुंच पाया था। उसके दो दिन बाद मैं उनसे मिलने गया।
ये पूछने पर कि मुलायम सिंह ने आपके कान में धीरे से कहा नहीं कि अखिलेश यादव के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ लो? इस पर राजा भैया ने कहा कि उन्होंने केवल पारिवारिक हालचाल लिया, इस बात से बेहद प्रसन्नता हुई कि मैं उनसे मुलाकात करने के लिए गया। वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेस वे योगी की देन है या अखिलेश यादव की? इस सवाल के जवाब में राजा भैया ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस योगी सरकार द्वारा बनाई गई है। राजा भैया ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे मायावती ने बनवाया था, जिसका उद्घाटन अखिलेश सरकार में किया गया था। आगरा एक्सप्रेसवे अखिलेश यादव ने बनवाया था।
वहीं जब पत्रकार ने राजा भैया से पूछा कि इस समय मंदिर की सियासत भी खूब चल रही है। क्या राजा भैया भी दिखाना चाहते हैं कि वह पूजा पाठ करने में रुचि रखते हैं? इस पर राजा भैया ने कहा, ” किसी भी भक्त को यह बिल्कुल भी नहीं दिखाना चाहिए क्योंकि यह आस्था का विषय है। यह प्रदर्शन का विषय नहीं है।”
गौर करने वाली बात है कि इन दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव और राजा भैया के बीच की तल्खी बढ़ी हुई है। प्रतापगढ़ के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे अखिलेश यादव ने राजा भैया को पहचानने से ही इनकार कर दिया। पत्रकारों ने जब अखिलेश यादव से राजा भैया के साथ गठबंधन को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि ये कौन हैं। आपको याद दिला दें कि साल 2019 में उत्तर प्रदेश कोटे के लिए हुए राज्यसभा चुनावों में सपा और बसपा गठबंधन प्रत्याशी का समर्थन नहीं किए जाने के कारण अखिलेश यादव राजा भैया से नाराज हो गए थे।