महाराष्ट्र में सियासी उठा-पटक जारी है। महाराष्ट्र में आए इस राजनीतिक भूचाल में शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत अपनी की ओर से मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन इस बीच उनके उपर प्रवर्तन निदेशालय की तलवार लटकनी शुरू हो चुकी है। दरअसल, ED ने शिवसेना नेता संजय राउत को समन जारी किया गया था। राउत को आज ईडी ने समन करके पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वह पूछताछ में शामिल होने की जगह अलीबाग में जनसभा को संबोधित करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, “मैं एक प्रोग्राम के लिए अलीबाग जा रहा हूं। मैं सासंद हूं और कानून का आदर करता हूं। ईडी मुझे कहीं से भी अरेस्ट कर सकती है।”
पात्रा चौल जमीन घोटाले के मामले में ईडी की ओर से समन जारी होने के बाद संजय राउत भड़क उठे थें। उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र में बालासाहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें रोकने की साजिश की जा रही है।
सोमवार को राउत ने ट्वीट किया कि, ”मुझे पता चला कि ईडी ने मुझे तलब किया है। महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हैं। हम, बालासाहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। अगर आप मेरा सिर काट भी दें तो मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाऊंगा। मुझे गिरफ्तार करो। जय हिन्द!”
आप भी ये सोच रहे होंगे कि चारों तरफ मीडिया में छाये कौन हैं ये संजय राउत? तो चलिए आज हम आपको उनकी निजी ज़िंदगी से रूबरू करवाते हैं।
संजय राउत का जन्म 15 नवंबर 1961 को महाराष्ट्र के अलीबाग में हुआ था। राउत सोमवंशी हैं। उनके पिता का नाम राजाराम राउत और माता का नाम सविता राजाराम राउत हैं। उनके छोटे भाई सुनील राउत भी शिवसेना के राजनेता हैं। संजय राउत ने वडाला के डॉ अंबेडकर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बैचलर ऑफ कॉमर्स यानि बीकॉम किया था। 16 फरवरी 1993 को उन्होंने वर्षा राउत से शादी कर ली। उनकी दो बेटियां हैं, पूर्वाशी और विधिता।
उन्हे 2000 में पहली बार महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुना गया। वह 2005 में शिवसेना पार्टी के नेता बने। वें अक्टूबर 2005 से मई 2009 तक गृह मामलों की समिति और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य थे। वह संसद सदस्य हैं जो भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। राउत न केवल राजनीति को संभालते हैं बल्कि वें एक लेखक भी हैं। वह शिवसेना पार्टी के नेता द्वारा प्रकाशित ” सामना ” नामक मराठी समाचार पत्र के कार्यकारी संपादक हैं ।
संजय को फिल्मों से काफी लगाव रहा है। 2019 में आयी बॉलीवुड फिल्म “ठाकरे” की कहानी संजय राउत द्वारा दिए गए इनपुट पर आधारित थी और फिल्म में “स्टोरी बाय संजय राउत” के रूप में उन्हे श्रेय भी दिया गया था। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बाला साहेब ठाकरे की भूमिका निभाई थी जबकि अमृता राव ने उनकी पत्नी के रूप में फिल्म में दिखाई दी थीं।
संजय राउत की प्रॉपर्टी की बात करें तो, हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान दिये गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 21.14 करोड़ रुपये बताई है। हलफनामे के अनुसार, राउत के पास 1,55,872 नकद रुपये और बैंक में 1,93,55,809 रुपये जमा हैं। वहीं उनकी पत्नी वर्षा 39,59,500 मूल्य का 729.30 ग्राम का सोना है और 1.30 लाख रुपये की 1.82 किलोग्राम चांदी है।
इसके अलावा राउत की अलीबाग में कृषि भूमि भी है। उनकी पत्नी ने 0.73 एकड़ जमीन पालघर में खरीदी है और इस प्लॉट की वाल्यू 9 लाख रुपये है। वहीं राउत के पास 2.20 करोड़ का एक नॉम एग्रिकल्चर प्लॉट है। साथ ही उनके पास 6.67 करोड़ और उनकी पत्नी के पास 5.05 करोड़ की कमर्शियल संपत्ति है। इसके अलावा उनके पास दादर, भांडप और आरे मिल्क कॉलोनी में भी प्लॉट है। साथ ही 2 गाड़ियां और एक रिवॉलवर भी है।
आपको बता दें ईडी ने 1034 करोड़ रुपए के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता की संपत्ति को अटैच कर चुका है। निदेशालय ने संजय राउत के अलीबाग में एक प्लॉट और दादर में एक फ्लैट को कुर्क कर दिया था। ईडी राउत के अलावा उनकी पत्नी से भी पूछताछ कर चुका है। ईडी ने 1034 करोड़ रुपये से अधिक के भूमि घोटाले के सिलसिले में गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन नाम की एचडीआईएल की सहयोगी कंपनी के निदेशकों में से एक प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर चुका है। राउत का नाम पहले पीएमसी बैंक घोटाले में जांच के दौरान सामने आया था जिसमें सारंग और राकेश वधावन मुख्य आरोपी हैं।
प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने 2010 में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया था, जिसका इस्तेमाल दादर में एक फ्लैट की खरीद के लिए किया गया था। इसमें म्हाडा की अनुमति के बिना 458 घरों की बुकिंग की बात कही गई है जिसके माध्यम से उन्होंने 138 करोड़ एकत्र किए गए थें।