जिहादियों की दुस्साहस दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आए दिन कहीं ना कहीं वे अपने काले कारनामों से मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। अब बिहार के बेगूसराय जिले से सनसनीखेज खबर सामने आ रही है. जिले के मुस्लिम बहुल गांव डुमरी में रहने वाले एक हिन्दू परिवार ने खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनकी बहू-बेटी के साथ रेप किया गया और फिर उन्हें अगवा कर लिया गया। पीड़ित परिवार ने स्थानीय प्रशासन पर भी लीपापोती का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि अब उनपर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, जबरन धर्मांतरण और लव जिहाद से जुड़ा यह मामला जिले के सिंघौल थाना क्षेत्र के डुमरी गांव का है। न्याय की आस में कोर्ट परिसर पहुंचे पीड़ित परिवार ने कहा कि उनके साथ अपने ही देश में अन्याय हो रहा है। उन्हें न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।
पत्नी और बेटी का बलात्कार कर अपहरण कर साथ ले गए
दरअसल, सिंघौल थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के सुधीर साह ने आरोप लगाया है कि गांव के मोहम्मद जाहिद, मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अरमान उनकी पत्नी एवं बेटी के साथ लंबे समय से बलात्कार करते आ रहे, पर वे उनके खिलाफ कुछ नहीं कर पाते हैं। सुधीर ने बताया कि नाग पंचमी की रात तीनों आरोपी अपने अज्ञात साथियों के साथ उनके घर पर धावा बोल दिया और पहले उनकी पत्नी और बेटी के साथ बलात्कार किया, फिर उनका अपहरण कर अपने साथ लेकर चले गए।
धर्मांतरण का दबाव
सुधीर शाह का आरोप है कि आरोपियों द्वारा पूर्व में भी परिवार की महिलाओं के साथ बलात्कार सहित अन्य घटनाओं को अंजाम दिया गया है। अब जबरन धर्मांतरण के लिए दबाव डाला जाता है। जब इस बात की शिकायत करने महिला सिंघौल थाना पहुंची तो आरोपियों ने दबाव बनाकर उल्टे सुधीर साह पर ही मामला दर्ज करवा दिया। स्थानीय प्रशासन से न्याय की उम्मीद लगाए जब सुधीर साह को न्याय का कोई रास्ता नजर नहीं आया, तब थक हार कर उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करवाया है।
डुमरी गांव में हिंदू हो चुके हैं अल्पसंख्यक, निशुल्क मुकदमा लड़ेंगे वकील
कोर्ट में मामला दर्ज होने के बाद अधिवक्ता ने बताया कि डुमरी गांव में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं और मुस्लिम बहुल क्षेत्र होने की वजह से हिंदुओं को लगातार प्रताड़ित किया जाता है। फिलहाल पीड़ित परिवार ने न्यायालय में मामला दर्ज करवाया है। अधिवक्ता ने बताया कि वह पीड़ितों का मुकदमा निशुल्क लड़ेंगे और पूरे परिवार को न्याय दिलाएंगे।