कर्नाटक से शुरू हुआ हिज़ाब विवाद अब उत्तर प्रदेश में भी दस्तक दे चुका हैं। हिज़ाब विवाद रुकने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। हाल में, दिल्ली एनसीआर से सटे उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में एक बार फिर हिज़ाब विवाद शुरू हो गया हैं। हिजाब पहनकर सोमवार को गिन्नी देवी मोदी गल्र्स डिग्री कालेज में कुछ छात्राएं टैबलेट और स्मार्टफोन लेने पहुंचीं।
छात्राओं को कॉलेज गेट के बाहर ही रोक दिया गया। इसके बाद कुछ छात्राओं ने प्रिंसिपल ऑफिस में हिज़ाब पहनकर अपनी समस्याएं लेकर पहुंची, लेकिन प्रिंसिपल ने हिज़ाब पहना देख छात्राओं की समस्या सुनने से इंकार कर दिया, और कॉलेज से बाहर जाने को कह दिया। इस पर नाराज छात्राओं ने दिल्ली-मेरठ हाईवे पर प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। छात्राओं ने पहले हाईवे जाम करने की कोशिश किया, हिजाब विवाद को लेकर सड़क पर जमकर हंगामा किया गया।
कॉलेज प्रबंधन का कहना हैं कि ड्रेस कोड जब कॉलेज में लागू किया गया हैं तो हिज़ाब पहनकर क्यों आयी ? ड्रेस कोड का पालन ना करने पर उन्हें कॉलेज में अंदर आने पर रोका गया हैं। कॉलेज प्रबंधन ने यह भी कहा कुछ मुस्लिम छात्रायें हिज़ाब विवाद को जानबूझकर बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से स्नातक व परास्नातक अंतिम वर्ष के छात्र -छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं। सोमवार को गिन्नी देवी मोदी गल्र्स डिग्री कॉलेज में एमए व एमएससी की अंतिम वर्ष की छात्राओं को टैबलेट दिए जाने थे। टेबलेट वितरण का कार्यक्रम सुबह करीब 10 बजे से शुरू होना था।टेबलेट के वितरण के लिए कॉलेज प्रबंधन ने सभी के लिए आइकार्ड व ड्रेस अनिवार्य किया था।इसलिए हिज़ाब पहनकर आयी छात्राओं को रोक दिया गया था।
गिन्नी देवी मोदी गल्र्स डिग्री कालेज की प्राचार्य प्रो. वंदना शर्मा ने हिज़ाब पहनी छात्राओं से ड्रेस पहनकर कालेज आने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने उनकी एक बात नहीं मानी और कालेज के सामने सड़क पर बवाल करना शुरू कर दिया। हिज़ाब को लेकर छात्राओं ने हाईवे जाम करने की भी पूरी कोशिश किया, हाईवे से कुछ दूरी पर तैनात पोलिस कर्मियों ने छात्राओं को समझा कर मामला शांत कराया।
हिज़ाब विवाद को लेकर रुबीना मलिक नाम की एक लड़की ने करीब पांच मिनट तक हुए छात्राओं के प्रदर्शन का वीडियो बनाकर ट्विटर पर अपलोड कर दिया था ,देखते ही देखते यह वीडियो सैकड़ो लोगों तक पहुँच गया।
इस वीडियो के वायरल होने पर पुलिस कालेज में पूछताछ करने के लिए पहुंच गई। इस मामले में प्राचार्य प्रो. वंदना शर्मा ने कहा कि टेबलेट वितरण के लिए छात्राएं कालेज की यूनिफार्म पहनकर नहीं आई थीं। टेबलेट वितरण के पहले उनसे कहा गया कि कल यूनिफार्म पहनकर आना हैं और साथ ही आइकार्ड भी लाना हैं , तभी टैबलेट दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हिजाब का आरोप पूरी तरह गलत है। कुल 69 छात्राओं को टैबलेट देना था, जिनमें 55 को बांटे जा चुके हैं।