Congress President Post :- कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार करते हैं तो पार्टी अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बना सकती है। दरअसल पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी अब भी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने में हिचकिचा रहे हैं। संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, सितंबर/अक्टूबर में नया अध्यक्ष चुने जाने की समय सीमा तय की गई है. राहुल ने अभी तक स्पष्ट जवाब नहीं दिया है।
ज्ञात हो कि इस साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। राज्य में अपने खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी में इसे लेकर मंथन चलना शुरू हुआ और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर भी कई नेताओं ने बयानबाजी की थी। इसी बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि इस बार राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए। गहलोत के इस बात के पीछे कहने का तात्पर्य यह था कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष बनेंगे तो पार्टी एकजुट रहेगी। हालांकि राहुल गांधी ने इस पर अपना कोई निर्णय स्पष्ट नहीं किया है।
कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में अधीर रंजन चौधरी के सवाल पर राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद संभालने की संभावना पर विचार करने को कहा था। इसी वजह से पार्टी अशोक गहलोत के नाम पर भी विचार कर रही है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में पार्टी के मामलों में उनकी सक्रियता बढ़ी है। हालांकि अशोक गहलोत राजस्थान के CM का पद नहीं छोड़ना चाहते। लेकिन पार्टी में मंथन जारी है और राहुल गांधी को मनाने की कोशिश होगी। लेकिन राहुल गांधी फाइनल तौर पर इंकार करते हैं तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना पर बात बन सकती है।
अशोक गहलोत ने चार राज्यों में जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, “चुनाव में हार-जीत होती है। एक समय बीजेपी ने 542 में से केवल 2 सीटें जीती थीं। अभी लोग गुमराह हो रहे हैं क्योंकि बीजेपी धर्म की राजनीति करती है। आज नहीं तो कल ये बात देशवासियों को ज़रूर समझ आएगी। इंदरागांधी ने अपनी जान दे दी लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया।”
राजस्थान के सीएम ने कहा, “हमारा रास्ता तो एकता, अखंडता का है और एक रास्ता बीजेपी का है धर्म और ध्रुवीकरण का. पीएम और केजरीवाल एक जैसा बोलते हैं। ये आग लगाना काफी आसान काम होता है, लेकिन उसे बुझाना काफी मुश्किल है. राहुल गांधी को अध्यक्ष बनना चाहिए और तब पार्टी एकजुट रहेगी।” कांग्रेस में हार को लेकर मंथन चल रहा है और इस दौरान पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग एक बार फिर बढ़ती जा रही है।