भीम आर्मी के मुखिया और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद रावण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गोरखपुर सदर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। आपको याद दिला दें चंद्रशेखर आजाद पहले भी कहते रहे हैं कि सीएम योगी जिस भी सीट से चुनाव लड़ेंगे उसी सीट से अपनी ताल ठोकेंगे। हालांकि उनका यह फैसला काफी हैरान करने वाला बताया जा रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी का जिस तरह से जनाधार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों तक सीमित है, माना जा रहा था वह किसी सुरक्षित सीट से उतरेंगे और अधिक से अधिक सीटें जीतने की कोशिश करेंगे।
ये भी पढें: UP Elections 2022: अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच आई दरार ? बीजेपी ने बढ़ाई मुश्किलें
इसके लिए उनकी बाकायदा सपा से गठबंधन की बात भी चली। लेकिन बाद में अखिलेश यादव के साथ समझौता टूटने के कारण वह अब अकेले लड़ने जा रहे हैं। चन्द्रशेखर ने ऐलान किया है कि वह खुद तो लड़ेंगे ही साथ ही वह 35-36 सीटों पर अपने प्रत्याशी भी उतारेंगे। इन सीटों पर उनके जो प्रत्याशी होंगे वह मजबूती से लड़ने का काम करेंगे। चंद्रशेखर ने एक और खास ऐलान किया कि ओमप्रकाश राजभर और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ उनका कोई भी प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ेगा। अखिलेश यादव के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि बंद कमरे की बात बाहर नहीं आने दी लेकिन अखिलेश यादव ने जरूर अपनी बात कह दी है।
यहां पर याद दिलाना जरूरी है कि अखिलेश यादव को लेकर चंद्र शेखर आजाद ने दो ही दिन पहले बहुत बड़ी बात कही थी। उन्होंने कहा था कि मैं सपा के साथ गठबंधन नहीं करूंगा और बिना गठबंधन के ही चुनाव लड़ लूंगा। लेकिन उन्होंने यह कहा था कि चुनाव के बाद हालातों को देखते हुए सपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं। उन्होंने कहा जब मैं अखिलेश यादव से मिलने गया तो उन्होंने मुझसे पूछा कि चुनाव लड़ने का मन है तो इस पर मैंने मना कर दिया। उन्होंने पूछा कि अगर हम लड़ाएं तो! इस पर मैंने उनसे कहा था अगर आपको लड़ाने का मन है तो जहां से योगी आदित्यनाथ लड़ें वहीं से लड़ा दीजिएगा। आजाद ने इसके बाद कहा कि जो भी वंचित तबके से उठकर आता है उसे इन सब चीजों का सामना करना पड़ता है। बाबा साहब अंबेडकर को भी इन चीजों का सामना करना पड़ा होगा और मान्यवर कांशीराम को भी। आजाद ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले 6 महीनों से अखिलेश के साथ गठबंधन पर बात चल रही थी। मैं 5 सीटों तक के लिए तैयार भी हो गया था। लेकिन आखिरी वक्त में उन्होंने मुझे गच्चा दे दिया। चंद्रशेखर ने एक बड़ी बात करते हुए यह भी कहा है कि अगर यूपी में बीजेपी की सरकार दोबारा बनी तो इसके जिम्मेदार खुद अखिलेश यादव होंगे। चंद्र शेखर आजाद ने यह भी कहा मैंने लाठियां खाई हैं। मैंने आंदोलन किए हैं। ढाई सालों तक जेल में भी रहा हूं। उसी के बाद मैंने महसूस किया कि अगर बीजेपी सत्ता में बनी रहती है तो आने वाले समय में देश के लिए बहुत खतरनाक होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सपा का गठबंधन दलितों के बिना अधूरा है। इसीलिए समाजवादी पार्टी का घमंड जरूर टूटेगा। बीजेपी को हराने के लिए आजाद समाज पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंक देगी। उनका कहना है कि हम युवा हैं इसीलिए हम भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इकट्ठा हो गए हैं। चन्द्रशेखर आजाद गोरखपुर से लड़ने जा रहे हैं। आपको बताते चलें इस सीट पर पिछले 33 सालों से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। उसमें भी पिछले 20 सालों से बात की जाए तो डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल लगातार विधायक चुने जा रहे हैं। इस सीट के जातिगत समीकरण पर बात की जाए तो यहां साढ़े चार लाख मतदाता हैं। इनमें करीब ढाई लाख पुरुष और करीब दो लाख महिलाएं शामिल हैं। इस सीट पर करीब 45 हजार से अधिक कायस्थ मतदाता हैं जबकि 60 हजार ब्राह्मण हैं। यहां 15 हजार क्षत्रिय और तकरीबन 30 हजार मुस्लिम मतदाता हैं। इसके अलावा वैश्य मततदाता की संख्या भी 50 हजार से ज्यादा है। निषाद 35 हजार, दलित 20 हजार तो यादव 15 हजार बताए जाते हैं।