पूर्व बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के चलते आज उन्हे और उनके परिवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस्लामिक जिहादियों द्वारा उन्हे जान से मारने, रेप और परिजनों को हानि पहुंचाने जैसी धमकियां दी जा रही है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश के अलग अलग राज्यों में उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की है। चलिए जानने की कोशिश करते है विवादों के भंवर में घिरी हम नूपुर शर्मा की पूरी कहानी.
नूपुर शर्मा का जन्म 23 अप्रैल 1985 में दिल्ली में हुआ। उनके पिता का नाम विजय शर्मा है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल से की। नूपुर ने दिल्ली के हिन्दू कॉलेज से अर्थशास्त्र की डिग्री हासिल की। साथ ही उन्होंने वकालत की भी पढ़ाई की। उसके बाद वकालत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वे लंदन चली गई और वहां लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से LLM की डिग्री हासिल की। नूपुर शर्मा ने बर्लिन से भी पढ़ाई की है। वें पेशे से वकील हैं।
नूपुर को कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में दिलचस्पी थी। 2008 में ABVP की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नूपुर एकमात्र उम्मीदवार रहीं। 2010 में नूपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं। उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। इस समय तक नूपुर शर्मा भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में आई थीं। जब दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा गया था। नूपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य भी थी। लेकिन BJP ने कल उन्हें प्रोफेट मुहम्मद के ऊपर विवादित टिप्पणी करने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया।
दरअसल, एक टीवी Channel में नुपुर शर्मा ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर डिबेट में हिस्सा ले रही थी। इस दौरान भगवान शिव को अपमानित करने वाले एक मुस्लिम पैनलिस्ट को जवाब देने के दौरान उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक बयान दिया। इस बयान को ईशनिंदा मानकर कुछ लोग इसका विरोध करने लगे। धीरे-धीरे ये विरोध social media से लेकर सड़क तक पहुंच गया।
नूपुर शर्मा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने, द्वेष भाव फैलाने और दूसरे धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज हुई। हालांकि, नूपुर शर्मा ने उक्त टिप्पणी के लिए माफी भी मांग ली है।
लेकिन यह मामला यही शांत नहीं हुआ है, क्योंकि भाजपा के निलंबन वाले इस कदम को कई लोगों ने गैर-जिम्मेदाराना हरकत ठहराया है। सोशल मीडिया पर भाजपा के खिलाफ एक मुहिम सी छिड़ गई है। उनके कार्यकर्ता, समर्थक और आम जनता भाजपा के खिलाफ #shameonBJP ट्वीट कर पार्टी की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
आज के दिन यह नंबर 1 पर ट्रेंड कर रहा है। लोगों का मानना है कि जब भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं को मुश्किल घड़ी में छोड़ देती है, तो वह क्या देश के नागरिकों की रक्षा करेगी।
भाजपा द्वारा जारी निलंबन पत्र में पार्टी ने नूपुर शर्मा के घर के पते को भी सार्वजनिक कर दिया है। जिसके बाद नूपुर शर्मा ने अपने परिवार के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सभी लोगों और मीडिया से घर के पते को पब्लिक न करने की अपील की।
फिलहाल, नूपुर शर्मा ने तो माफी मांग ली है लेकिन क्या गारंटी है उनको इन इस्लामिक जिहादियों द्वारा नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। यदि उन्हें और उनके परिजनों को कोई हानि होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
अभी अभी मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने नूपुर शर्मा की शिकायत पर उन्हें जान से मरने की धमकी देने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कर, जांच शुरू कर दी है। कल की कार्रवाई से नाराज़ समर्थकों को खुश करने के लिहाज से ही सही Modi सरकार ने नूपुर शर्मा को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।