केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अधिकतर अपने बेबाक बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। सोमवार को राजस्थान के जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने फिर ऐसा कुछ कहा, जिसकी चर्चाएं हो रही हैं. नितिन गडकरी बोले कि जो मुख्यमंत्री बनते हैं, वो इसलिए परेशान रहते हैं कि पता नहीं कब हटा दिया जाए। नितिन गडकरी का ये बयान तब आया है जब गुजरात (Gujarat) में बीजेपी के ही नेता भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। गौरतलब है पिछले कुछ महीने में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बदला है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राजस्थान की विधानसभा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। उन्होंने यहां कहा कि आजकल हर किसी की समस्या है, हर कोई दुखी है। विधायक इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मंत्री नहीं बन पाए मंत्री इसलिए दुखी हैं, क्योंकि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला। अच्छे विभाग वाले इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। जो मुख्यमंत्री बन पाए वो इसलिए दुखी हैं, क्योंकि कब रहेंगे कब जाएंगे, इसका भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति का मुख्य उद्देश्य आम लोगों के जीवन में बदलाव लाना ही है, लेकिन आजकल इसे सिर्फ सत्ता हथियाने से जोड़कर देखा जाने लगा है। लोकतंत्र का मुख्य लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का है।
कार्यक्रम में सम्बोधन के दौरान गडकरी ने कहा कि लोगों की भावनाओं को जीतकर आगे आना ही लीडरशिप कहलाता है. साइकिल, रिक्शों में लोगों को बैठे हुए जब एक व्यक्ति खींचता था तो यह देखकर मुझे दुख होता था, इसलिए ही ई रिक्शा शुरू करवाए. लेकिन अधिकारियों ने इसे गलत बताया. यह मामला कोर्ट तक गया, लेकिन मैंने कहा कि गरीब के लिए कानून तोड़ना पड़ेगा तो वह भी तोड़ूंगा
गौरतलब है बीजेपी ने हाल में ही कई राज्यों के मुख्यमंत्री बदले हैं। पिछले कुछ महीनों में बीजेपी ने उत्तराखंड कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्री बदल दिए हैं। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को लाया गया, बाद में उन्हें भी बदलकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री पद पर बिठायागया। बीते दिनों गुजरात में विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया है।