सर्द मौसम में चुनावी आहट के बीच जैसे ही इत्र की खुशबू पूरे यूपी में फैली है, उसने सियासी पारा एक बार फिर गरमा दिया है। ताजा मामले में अखिलेश यादव के करीबी और समाजवादी पार्टी के एमएलसी पम्मी जैन के घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी हुई है। आप जानते ही हैं कि इससे पहले पीयूष जैन के घर पर हुई बुलेट छापेमारी में सैकड़ों करोड़ रुपए, सोना, सोने के बिस्किट, चंदन का तेल और न जाने क्या-क्या बरामद किया गया था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इनकम टैक्स की टीम आज सवेरे तड़के 7:00 बजे ही पम्मी जैन के घर पर छापेमारी के लिए पहुंच गई थी। एक दिलचस्प बात यह भी है कि आज कन्नौज में अखिलेश यादव को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी। ऐसे में दोनों की टाइमिंग यानी की प्रेस कांफ्रेंस के दिन ही इनकम टैक्स की छापेमारी होना काफी अलग नजर से देखा जा रहा है।
ये भी पढें: Piyush Jain Latest Update: Kanpur वाले पीयूष जैन ने PM Modi से वापस मांगे 52 करोड़
सोशल मीडिया पर लोग इस तरह के कमेंट भी कर रहे हैं इस कार्यवाही को संयोग माना जाए या प्रयोग। आपको बता दें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आज कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी और उन्हें उनके साथ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पम्मी जैन को भी बैठना था। ये जानना जरूरी है कि पम्मी जैन कुछ दिनों पहले ही समाजवादी इत्र भी लॉन्च कर चुके हैं। यह लॉन्चिंग पिछले महीने ही की गई थी। समाजवादी पार्टी ने इस पर पूरा ट्वीट कर दिया है। सपा ने इसे एक राजनीतिक साजिश बताया है। लेकिन ऐसे में जानना जरूरी है आखिर कौन हैं पम्मी जैन? जिनके पीछे इनकम टैक्स की टीम फिलहाल लगी हुई है और ठीक प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले उनके घर पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई है। तो चलिए आपको शुरू से बताते हैं पम्मी जैन की वह बातें जो आज तक आपको किसी ने नहीं बताई होंगी। कैसे एक छोटे से घर से शुरू हुआ उनका इत्र का कारोबार पूरी दुनिया में फैल गया और कैसे वह अखिलेश यादव के करीबी बनते चले गए।
आपको बता दें पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी जैन कन्नौज के बड़े इत्र व्यवसाई हैं। इत्र का काम इनका खानदानी कारोबार है। उनका कन्नौज के अलावा मुंबई और देश के कई बड़े शहरों में काम फैला हुआ है। इतना ही नहीं दुनिया के दूसरे देशों में भी उनके कारोबार काफी विस्तृत रूप से फैल चुका है। कन्नौज में पम्मी जैन की इमेज एक परोपकारी और मदद करने वाले आदमी की मानी जाती है। आपको बता दे साल 1950 में पम्मी जैन के पिता सवैलाल जैन ने इस कारोबार की शुरुआत की थी लेकिन इसे असली बुलंदियों तक पहुंचाया खुद पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी जैन ने। प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से उनकी अपनी कंपनी है। वह कुल 4 भाई हैं। सभी एक ही कारोबार में लगे हुए हैं। उनके दो भाई मुंबई दफ्तर में काम संभालते हैं, जबकि एक भाई उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में काम करता है। अब तक पुष्प राज उर्फ पम्मी की छवि एक साफ-सुथरी छवि वाले नेता की रही है। उनका कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं है लेकिन जानना काफी दिलचस्प है कि आखिर उनकी पॉलिटिक्स में एंट्री हुई तो हुई कैसे?
कहा जाता है मुलायम सिंह यादव कन्नौज से एमपी चुने गए थे तभी से पम्मी जैन की नज़दीकियां सपा के साथ बढ़नी शुरू हुईं। बाद में कन्नौज से जब अखिलेश यादव ने मुलायम की विरासत को संभाला तो उनके साथ भी अच्छे संबंध पम्मी जैन ने बना लिए। इस करीबी का यह आलम था कि 2016 में फर्रुखाबाद-इटावा सीट से अखिलेश यादव ने पम्मी जैन को विधान परिषद में भेज दिया जबकि इस सीट पर कई यादव और शाक्य बिरादरी के लोग लड़ना चाहते थे। आपको बता दें कि पम्मी जैन का कारोबार देश के अलावा middle-east के भी 12 देशों में फैला हुआ है। इसके अलावा कन्नौज में उनका एक पेट्रोल पंप और एक कोल्ड स्टोरेज भी है। इसके अलावा वह इंफ्रास्ट्रक्चर के कारोबार से भी जुड़े हुए हैं।