रूस अफगानिस्तान से वहां के लोगों को निकालने के लिए तैयार है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि रूस अफ़ग़ानिस्तान से दूसरे देशों के लिए अफ़ग़ान नागरिकों को पहुंचाने के लिए अपने नागरिक विमान उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।

ज़खारोवा ने एक समाचार ब्रीफिंग में कहा, “हम किसी भी विदेशी देश में महिलाओं और बच्चों और अफगान नागरिकों के लिए उड़ानें प्रदान करने के लिए रूसी उड्डयन सेवाओं की पेशकश करते हैं। ये उड़ाने उन सभी देशों के लिए होंगी, जो अफगानिस्तान के लोगों को असायलम देने के लिए तैयार हैं।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।अब तो वहां से लड़कियों से जबर्दस्ती शादी किए जाने, रेप किए जाने और पत्थर से पीट-पीटकर मार दिए जाने जैसी खबरें आ रहीं हैं।
जबकि आज अफगानिस्तान में वहां के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बवाल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि असदाबाद में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने वाली भीड़ पर तालिबान द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम दो लोग मारे गए हैं।

जलालाबाद में, तालिबान लड़ाकों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अफगान झंडा लहरा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक व्यक्ति और एक टीनएजर घायल हो गए।
काबुल में भी झंडे से जुड़े कुछ अलग-अलग प्रोटेस्ट हुए। महिलाओं सहित कई लोग पुराने अफगानी झंडे को लहराते हुए तालिबान लड़ाकों के सामने सड़कों पर चलते हुए कह रहे थे: ‘हमारा झंडा हमारी पहचान है।'” इस बीच, काबुल हवाईअड्डे से लोगों को निकालने ककाम जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में सैनिकों को तब तक रखेंगे जब तक कि हर अमेरिकी को निकाल नहीं लिया जाता, भले ही हमें 31 अगस्त की डेडलाइन से ज्यादा टाइम लगे।
इसके अलावा धीरे धीरे दूसरे देशों में भी अफगानी लोगों को शरण देने की मांग जोर पकड़ने लगी है।
आज सैकड़ों लोग जिनमें कई अफ़ग़ानी माइग्रेंट्स भी थे, ग्रीस की राजधानी एथेंस में इकट्ठा हुए, ताकि सरकार को शरण मांगने वाले अफ़गानों के लिए और अधिक इंतजाम करने के लिए राजी किया जा सके।
इसी बीच अफगानिस्तान की बात इंटरनेशनल चौधरी कहे जाने वाले यूएन के मंच पर भी हो रही है। काबुल में तालिबान के सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद, यूएन की कल्चरल एजेंसी ने अफगानिस्तान की कल्चरल हेरीटेज की सेफ्टी और कलाकारों के लिए एक सेफ एनवायरमेंट बनाने की अपील की है। अफगानिस्तान बामियान घाटी सहित दो यूनेस्को वर्ल्ड हेरीटेज का अड्डा है, जहां तालिबान ने 2001 में सरकार को सत्ता से बेदखल करने से पहले दो विशाल बुद्ध स्टेच्यू को उड़ा दिया था।