उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमरमणि त्रिपाठी को कौन नहीं जानता। जी हां! अमरमणि त्रिपाठी! वही अमरमणि त्रिपाठी, जो मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री रहे। गोरखपुर की नौतनवा विधानसभा सीट से 4 बार विधायक रहे और इसके अलावा एक बाहुबली नेता-विधायक के रूप में जाने जाते रहे। लेकिन उनके सितारे उन दिनों गर्दिश में आ गए, जब मुलायम सिंह की सरकार में मंत्री रहते हुए ही उन पर जानी-मानी कवि मधुमिता शुक्ला को मरवाने का आरोप लगा था। मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने एक लंबी लड़ाई लड़ी।
मधुमिता शुक्ला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पाया गया था कि मरने के समय समय प्रेग्नेंट थी और उनके उनके पेट में जो बच्चा था वह अमरमणि त्रिपाठी का था। असल में बाद में जो डीएनए लिया गया था, वह डीएनए मधुमिता शुक्ला के गर्भ के डीएनए से मैच कर गया था। इसके बाद एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अदालत ने अमरमणि त्रिपाठी को आजीवन कारावास की सजा सुना दी। रोचक तथ्य यह भी है कि अमरमणि त्रिपाठी की पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को भी इस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन मेडिकल कारणों से पिछले 10 सालों से अमरमणि त्रिपाठी गोरखपुर के चर्चित बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बेड रेस्ट पर हैं। फिलहाल उनकी उम्र 65 साल हो चली है लेकिन क्योंकि इन दिनों यूपी में विधानसभा चुनावों का जोर है तो एक बार फिर उनकी पुश्तैनी सीट कही जाने वाली नौतनवा सीट से उनके बेटे अमनमणि त्रिपाठी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन अमन अमन मणि त्रिपाठी फिलहाल दूसरे कारणों से चर्चा में आ गए हैं।
असल में मधुमिता शुक्ला को लेकर 1 लंबी लड़ाई लड़ने वाली निधि शुक्ला और सारा सिंह की मां सीमा सिंह ने एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया है कि अमरमणि त्रिपाठी और उनके पिता की तरफ से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने अपील की है कि सपा, बसपा और कांग्रेस को अमनमणि त्रिपाठी को टिकट देने से बचना चाहिए। आपको बता दें इससे पहले तनुश्री त्रिपाठी जो कि अमनमणि त्रिपाठी की बहन हैं, उन्हें कांग्रेस की तरफ से टिकट दिया जा चुका है। यह करीब 3 साल पहले की बात है। लेकिन एक बार फिर यह सुगबुगाहट शुरू हो गई है। हालांकि फिलहाल अमनमणि त्रिपाठी निर्दलीय विधायक हैं। उन्होंने 2012 में भी सपा के टिकट पर नौतनवा सीट से ही चुनाव लड़ा था। लेकिन तब वह बहुत मामूली अंतर से अपना चुनाव हार गए थे। यहां पर यह बताना जरूरी है कि आखिर सीमा सिंह कौन है?
आपको बता दें बाकायदे प्रेस कांफ्रेंस अमनमणि को टिकट न देने की अपील करने वाली सीमा सिंह एक्सीडेंट में मारी गईं अमनमणि त्रिपाठी की पहली पत्नी सारा सिंह की मां हैं। करके आगामी अमनमणि त्रिपाठी ने आर्य समाज रीति रिवाज से सारा सिंह नाम की लड़की से लव मैरिज की थी। लेकिन बाद में लखनऊ से दिल्ली जाते समय एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें अमनमणि त्रिपाठी और सारा सिंह दोनों सवार थे। इस एक्सीडेंट में सारा सिंह की मौत हो गई थी जबकि अमनमणि त्रिपाठी को खरोच भी नहीं आई। उन पर लोग अक्सर या आरोप लगाते हैं कि बीएमडब्ल्यू और फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों से चलने वाला शख्स आखिर स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से अपनी पत्नी को लेकर इतनी दूर क्यों जा रहा था?