महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अपनी पार्टी की पूर्व सहयोगी पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर कड़ाप्रहार करते हुए कहा कि हमने 25 साल तक सांप को दूध पिलाया आज वही सांप हमे फुफकार रहा है। लेकिन हम उसका फन कुचलना जानते हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी का भी सामना करने के लिए तैयार हैं।
उद्धव ठाकरे ने राज्य के बजट सत्र के पूर्व संध्या पर मुंबई में महाविकास अघाड़ी के विधायकों और नेताओं की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के बारे में टिप्पणी की। ठाकरे ने कहा, ‘हमने एक सांप को 25 सालों तक खिलाया… अब वहीं सांप हमारे सामने फुफकार रहा है… लेकिन हम इस सांप को कुचलने के लिए तैयार हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम पर आरोप लगाने वाले किसी का भी हम सामना करने के लिए तैयार हैं।’
बजट सत्र के पूर्व संध्या पर मुंबई में महाविकास अघाड़ी के विधायकों और नेताओं की एक संयुक्त बैठक में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी मौजूद थे (NCP supremo Sharad Pawar)। उद्धव ठाकरे ने रीढ़ की हड्डी के सर्जरी के बाद स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पिछला सत्र छोड़ दिया था। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी केंद्र पर निशाना साधते हुए इसे प्रतिशोधी बताया।
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मालिक की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी ऐसी प्रतिशोधी केंद्र सरकार नहीं देखी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने फोन कर बताया कि उनके पार्टी के चार सहयोगियों को भी केंद्र द्वारा जेल में डाल दिया गया है। ममता बैनर्जी ने कहा कि हम उन्हे हरा सकते है इसके लिए हमें एक जुट होना पड़ेगा।
बजट सत्र की पूर्व संध्या पर मंत्री छगन भुजबल के रामटेक स्थित आवास पर भोज का आयोजन किया गया. उसके बाद यहां एक बैठक हुई। बैठक में शिवसेना के विधायक और मंत्री मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, इस वक्त देश में एक विकृति फैली हुई है। नफरत की राजनीति शुरू है। आज इधर छापेमारी हो रही है, कल उधर छापेमारी हो रही हैं। इनको अरेस्ट कर रहे हैं, उनको अरेस्ट कर रहे हैं। अब ये बर्दाश्त नहीं करना है। केंद्र सरकार के किसी भी दबाव के सामने झुकना नहीं है।
बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम किसी पर वार नहीं करते, लेकिन कोई हम पर वार करता है तो उसे छोड़ा नहीं करते। कहा कि रोज कोई उठता है और दाउद इब्राहिम का नाम लेने लग जाता है। हिम्मत है तो दाउद को पकड़ कर क्यों नहीं ले आते? पाकिस्तान जाकर नवाज शरीफ का केक खाते हैं, दाउद को दबोच क्यों नहीं लाते हैं?