जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं एक बार फिर उत्तर प्रदेश में छत्रपों की चर्चा होने लगी है। जी हां, क्षत्रप यानी अपने इलाके के वह सूरमा जो लंबे समय से अपने-अपने में गढ़ मजबूत किला बना कर बैठे हुए हैं। उनके किले में बड़े-बड़े नेता, मंत्री, संत्री और मुख्यमंत्री भी नहीं सेंध नहीं लगा पाए। आपको बताते चलें, हम बात कर रहे हैं राजा भैया की। वह राजा भैया, जो प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से लगातार छह बार से विधायक चुने जा रहे हैं और वह भी निर्दलीय। कुंडा की भदरी रियासत के वारिस राजा भैया अपनी स्टाइलिश लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते हैं।
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लखनऊ यूनिवर्सिटी के लॉ ग्रेजुएट राजा भैया लगातार प्रतापगढ़ में अपने दबदबे को बनाए हुए हैं। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव की तारीख करीब आ रही है, एक बार फिर सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या राजा भैया योगी आदित्यनाथ के साथ चले गए हैं? क्या भाजपा और उनकी पार्टी जनसत्ता दल का गठबंधन होगा? किसी जमाने में मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रह चुके राजा भैया इस समय अखिलेश यादव से खासे नाराज बताए जा रहे हैं। नाराजगी की वजह भी काफी साफ है। आपको पिछले दिनों वायरल हुआ वह वीडियो याद होगा, जिसमें अखिलेश यादव से पत्रकारों ने जब पूछा कि क्या राजा भैया के साथ गठबंधन होगा?
इस पर अखिलेश यादव ने राजा भैया को पहचानने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था, कौन है वह? किसकी बात कर रहे हैं आप? इसके बाद ही चर्चा जोर-शोर से उठी कि राजा भैया शायद ही इस चुनाव में सपा के साथ जाएंगे। बाद में नवंबर में राजा भैया ने यह भी ऐलान कर दिया था कि सीएम योगी आदित्यनाथ जिस भी सीट से भी चुनाव लड़ेंगे, उनकी पार्टी उस सीट पर प्रत्याशी नहीं खड़ा करेगी। आपको बताते चलें कि राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल ने यूपी की 100 सीटों पर अपने कैंडिडेट खड़े करने की घोषणा कर दी है। इससे पहले राजा भैया एक लंबे समय से पूरे उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रहे हैं और लगातार यूपी का दौरा कर रहे हैं। हाल ही में राजा भैया ने एक इंटरव्यू दिया था जो काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर इसे लगातार शेयर भी किया जा रहा है।
इंटरव्यू में जब राजा भैया से चुनावी गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा कि उनके आचरण और भाषा से स्पष्ट है कि हमारा गठबंधन उनके साथ नहीं हो पाएगा और हम समाजवादी पार्टी को सपोर्ट नहीं कर पाएंगे। स्पष्ट है कि राजा भैया अखिलेश यादव के उसी वायरल वीडियो की तरफ इशारा कर रहे थे। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस इंटरव्यू में राजा भैया ने राम मंदिर को लेकर भी एक टिप्पणी की है। राजा भैया ने खुलकर बोलते हुए कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने हमारे यहां कब्जा किया था। उन्होंने मुख्य मंदिर ध्वस्त करके एक मस्जिद बनवाई और उस पर जब देश की सबसे बड़ी अदालत के आदेश के बाद मंदिर का निर्माण हो रहा है तो किसी को इस पर क्या आपत्ति हो सकती है? इसके बाद लगातार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी और राजा भैया के जनसत्ता दल का गठबंधन हो सकता है। सीएम योगी और राजा भैया एक साथ दिखाई पड़ सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यह उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की राजनीति के लिए काफी रोचक होगा।