भारत में क्रिकेट को खेल ही नहीं बल्कि धर्म की तरह पूजा जाता है। क्रिकेट फैंस का इसे लेकर जुनून देखते ही बनता है। अब तो क्रिकेट को ओलंपिक में भी शामिल करने की तैयारी हो चुकी है। लेकिन क्या आप यकीन कर पाएंगे कि जहां क्रिकेटर अरबों रुपये कमाते हों वहां क्रिकेटर इस कदर गरीबी में डूबा हो कि उसे दिहाड़ी मजदूरी करनी पड़े। और ये जानकर आपको और भी हैरानी होगी कि अगर क्रिकेटर वर्ल्ड कप जीत चुका हो।
जी हां, ये दिल तोड़ देने और झकझोर देने वाली मार्मिक कहानी है नरेश तूमड़ा की तूमड़ा ने साल 2018 के ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत को जितवाने मेंअपना अहम रोल निभाया था। इस वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया था। लेकिन इस अचीवमेंट के 3 साल के अंतर ही नरेश इतनी खस्ता हालत में हैं कि उन्हें 2 टाइम की रोटी के लिए मजदूरी करनी पड़ रही है। हालात ये हैं कि नरेश को मजदूरी भी ढंग की नहीं मिल रही है। नरेश 250 रुपए की मजदूरी पर ददिन भर काम करते हैं तब जाकर कहीं दाल-रोटी के लिए पैसे जुटा पाते हैं। नरेश गुजरात के नवसारी जिले के रहने वाले हैं। वो 3 बार गुजरात सरकार से रिक्वेस्ट कर चुके हैं लेकिन उनकी हालत अभी तक जस की तस है। नरेश कहते हैं कि वो सरकार से रिक्वेस्ट करते हैं कि मुझे कोई नौकरी दे दी जाए, जिससे में अपने परिवार का गुजारा कर सकूं।
Gujarat: Naresh Tumda, part of team that helped India win 2018 Blind Cricket World Cup, now works as a labourer in Navsari to earn livelihood
— ANI (@ANI) August 8, 2021
"I earn Rs 250 a day. Requested CM thrice but didn't get reply. I urge govt to give me job so that I can take care of my family," he said pic.twitter.com/NK4DFO6YYC
नरेश कहते हैं कि वर्ल्ड कप जीतने के बाद हम केंद्रीय मंत्रियों और प्रेसिडेंट राम नाथ कोविंद से मिले थे। जब हमने विश्व कप जीता तो मैं बहुत खुश था और सोचा था कि मुझे नौकरी मिल जाएगी लेकिन अब तक मुझे किसी भी तरह की नौकरी नहीं मिली। मैं प्रधान मंत्री से मेरी रोजी-रोटी के लिए नौकरी देने की रिक्वेस्ट करता हूं। बेसिक जरूरतों से जूझ रहे युवा टेलेंटेड क्रिकेटर नरेश ने मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी से नौकरी दिलवाने कराने का आग्रह किया है।
आपको याद दिला दें कि टोक्यो विनर्स के लौटने के बाद से ही उन पर कैश और दूसरे इनामों की बरसात हो रही है। अगर केवल नीरज चोपड़ा की ही बात करें तो अब तक उन्हें पंजाब सरकार ने 2 करोड़, हरियाणा सरकार ने 6 करोड़ , आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स ने भी 1 करोड़, बीसीसीआई ने 1 करोड़ की घोषणा कर दी है। ठीक उसी समय, देश का एक वर्ल्ड कप विनर क्रिकेटर 2 वक़्त की रोटी के लिए भी जूझ रहा है।