एक बॉलीवुड फ़िल्म का डायलॉग है कि हार कर जीतने वाले को बाज़ीगर कहते हैं। अब टोक्यो ओलंपिक में मेडल से चूक गए भारतीय खिलाड़ियों पर भी ये बात फिट बैठ रही है। जी हां, फार्मा कंपनी मैन फार्मा जोकि दवाइयों के अलावा कंडोम प्रोडक्शन के लिए भी जानी जाती है, ने टोक्यो में पदक से चूक गए सभी 20 खिलाड़ियों को 11 -11 लाख रुपये देने का बड़ा ऐलान किया है।
ड्रग फर्म मैनकाइंड फार्मा ने कहा कि उसने 20 भारतीय खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किया है जो हाल ही में आयोजित टोक्यो ओलंपिक में पदक से चूक गए थे, और रुपये देंगे उनमें से प्रत्येक को उनके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए 11 लाख का चेक दिया जाएगा।
मैनकाइंड फार्मा ने एक स्टेटमेंट में कहा कि कंपनी एथलीटों के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझती है और खिलाड़ियों की भावना की सराहना करने और उन्हें स्वीकार करने के लिए आगे आई है।
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महिला हॉकी टीम की प्रत्येक खिलाड़ी, कुल 16 खिलाड़ियों को 11-11 लाख रुपये दिए जाएंगे। बॉक्सर सतीश कुमार, पहलवान दीपक पूनिया, निशानेबाज सौरभ चौधरी और गोल्फर अदिति अशोक को भी 11-11 लाख रुपये दिए जाएंगे। मैनकाइंड फार्मा ने कहा कि ‘हमारा मानना है कि हर खेल में जीत मायने नहीं रखती, बल्कि कोशिशें अहम होती हैं और हमारे खिलाड़ियों ने हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हुए काफी मेहनत की है।

कंपनी ने कहा कि “हम उन कठिनाइयों और बलिदान की सराहना करना चाहते हैं जो उन्होंने पिछले कई सालों में दिये हैं। ऐसे खिलाड़ी पूरे देश को प्रेरित करते हैं और युवा पीढ़ी को देश के लिए सम्मान अर्जित करने के लिए बढ़ावा देते हैं। मैनकाइंड फार्मा ने कहा कि ये खिलाड़ी भले ही पदक से चूक गए हों, लेकिन उन्होंने सभी का दिल जरूर जीत लिया है।
हम आपको याद दिला दें कि टोक्यो ओलंपिक के मेडल विनर देश लौट चुके हैं। उन पर लगातार प्राइवेट कम्पनियां और अलग -अलग सरकारें इनामों की बारिश कर रहीं हैं। ऐसे में लोग उनसे मिलना चाहते हैं, उनके साथ सेल्फी लेना चाहते हैं। लेकिन बहुत जल्दी ही नजदीकी अंतर से मेडल से चूके भारतीय खिलाड़ियों को भुला दिया गया था।