ओलंपिक में यूपी कहां! ओलंपिक में यूपी फिसड्डी क्यों! क्यों नहीं मिला मेडल! ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब हर यूपी वाले के साथ पूरा देश भी जानना चाहता है कि आखिर 25 करोड़ की आबादी वाले स्टेट से एक मेडल लाने में भी सांस क्यों फूल जाती है!
टोक्यो में भी यही हुआ हॉकी टीम के सतीश उपाध्याय को छोड़कर कोई भी खिलाड़ी पदक के काबिल नहीं निकला। आखिर क्यों! तो इसका जबाव है कि हमारे खेल संघ, हमारी स्पोर्ट्स फेडरेशन्स, जिन पर बड़े बड़े नेता और IAS अफसरों ने सालों से कब्जा कर रखा है।

क्या कभी सोचा है कि भारत का BCCI दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड क्यों है? भारत मे क्यों लगातार छोटे शहरों से क्रिकेट में बढ़िया टैलेंट निकलकर आ रहा है। तो जनाब जवाब साफ है- यहां खिलाड़ियों को तराशने और उनके सेलेक्शन के लिए कोई पुराना दिग्गज क्रिकेटर ही बैठा है, नेतागिरी न के बराबर है। लेकिन दूसरे खेलों में ऐसा नहीं है यहां कोई मोटी तोंद वाला नेता भी आपके भाग्य का फैसला करता मिल जाएगा।
फिटनेस में जीरो और कब्जे में हीरो वाला अंदाज़ रखने वाले ये नेता और अफसर अपने रेगुलर जॉब तो कर ही रहे हैं दूसरे खेल संघों पर भी कुंडली मारकर बैठे हुए हैं।
इतना ही नहीं इनमें कलराज मिश्रा और जावेद अहमद जैसे लोग भी शामिल हैं। कलराज मिश्रा बीजेपी के बड़े नेता रहे, वो केंद्र में मंत्री रहे और फिलहाल राजस्थान में राज्यपाल हैं, लेकिन वो यूपी रोइंग असोसिएशन के अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाए बैठे हैं। यूपी में रोइंग का क्या हाल हैं ये ऐसे समझिए कि इस बार के टोक्यो ओलंपिक में रोइंग के 2 खिलाड़ी थे – अरविंद सिंह और अर्जुन लाल जाट। दोनों ही सेना कोटे से निकले खिलाड़ी हैं। जिनमें से अर्जुन लाल जाट तो यूपी के रहने वाले भी नहीं हैं।
इसके बाद नम्बर आता है जावेद अहमद का IPS अफसर जावेद मुलायम और अखिलेश के सीएम रहते हुए यूपी के डीजीपी रहे और फिलहाल यूपी वालीबॉल असोसिएशन के अध्यक्ष पद पर कब्जा है।
इसी तरह बसपा के नेता रहे विराज सागर दास यूपी ओलंपिक असोसिएशन के अध्यक्ष हैं, डा. संजय सिंह जोकि सांसद हैं वो फुटबॉल संघ के अध्यक्ष हैं। IAS अफसर महेश कुमार गुप्ता जूडो एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। रिटायर्ड IAS अफसर कुंवर फतेह बहादुर, एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष हैं। मंत्रियों, आईएएस अफसरों, बिजमेसमैनों की ये कभी न खत्म होने वाली लिस्ट है, जिनकी नेतागिरी और पद हथियाने की हवस ने यूपी में खेलों का बेड़ा गर्क कर रखा है।