नई दिल्ली: कर्नाटक के हिजाब विवाद (Karnataka Hijab Controversy) ने यूपी की चुनावी (UP Elections 2022) सियासत में भी एंट्री कर ली है. AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और बीजेपी (BJP) इस मामले पर आमने-सामने हो गए हैं. ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले के सराय तारिन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि हिजाब पहनने के अपने अधिकार के लिए लड़ने वाली हमारी बहनें अपनी लड़ाई में सफल हों. कर्नाटक में संविधान के अनुच्छेद 15, 19 और 21 का गंभीर उल्लंघन किया जा रहा है. मैं कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के इस फैसले की निंदा करता हूं.”
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— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 8, 2022
कर्नाटक के मांडया में वायरल वीडियो में एक मुस्लिम लड़की ‘जय श्री राम’ नारे का जवाब ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे से देते हुए नजर आई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. इस लड़की की AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी तारीफ की है.
उन्होंने कहा, “आज हमने वो वीडियो भी देखा कि हमारी एक बहादुर बेटी मोटरसाइकिल पर हिजाब पहनकर आती है. कॉलेज के अंदर आते ही ये 25-30 लोग उसके पास आकर उसे डराने की कोशिश करते हैं. नारेबाजी करने लगते हैं. मैं इस बेटी की बहादुरी को सलाम करता हूं. ये आसान काम नहीं था. उस बच्ची ने उन नौजवानों की तरफ देखकर अल्लाह हू अकबर- अल्लाह हू अकबर कहा. ये मिजाज पैदा करना है. याद रखो मेरी बात, अगर तुम आज झुक जाओगे तो हमेशा के लिए झुक जाओगे.”
AIMIM प्रमुख ने कहा कि अगर आज तुम थोड़ी देर के लिए खड़े हो जाओगे, देखो ये लोग जो तुम्हें डरा रहे हैं… जो समझ रहे हैं कि हमारे सिर पर काले बादल मंडरा रहे हैं. याद रखो कि एक दिन हमारा भी सूरज उदय होगा. लेकिन भीख मांगने से बादल नहीं हटेंगे. जब वोट की ताकत दिखाओगे तभी दुनिया तुम्हारा हक देगी.
क्या है पूरा विवाद
हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी के मणिपाल स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज से शुरू हुआ था. यहां कुछ लड़कियों ने आरोप लगाया था कि हिजाब पहनने के कारण उन्हें कॉलेज कैंपस और क्लास में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई. इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी देखने को मिले. राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेजों या कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. वहीं, हिजाब के जवाब में हिंदू स्टूडेंट भगवा शॉल लेकर शैक्षणिक संस्थानों में आ रहे हैं.