आगरा केंद्रीय कारागार में निरुद्ध भदोही के विधायक विजय मिश्रा का मुख्यमंत्री को लिखा पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसमें उन्होंने विधायक निधि से जनहित के कार्य नहीं करने के आरोप अधिकारियों पर लगाए हैं। इसके बाद एक बार फिर यूपी की राजनीति में माफियाओं की चर्चा शुरु हो गई है। लेकिन इन दिनों अधिकांश माफिया या तो जेल में हैं या फिर अंडरग्राउंड हैं। इसलिए सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इनके बच्चे इन दिनों कहां हैं। तो चलिए शुरु करते हैं मुख्तार अंसारी से। मुख्तार अंसारी पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में रहे हैं।
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अगर बात की जाए तो उनके बेटे की तो मुख्तार अंसारी के बेटे का नाम अब्बास अंसारी है। अब्बास अंसारी नेशनल लेवल के निशानेबाज रहे हैं। इतना ही नहीं पिछले दिनों वह काफी चर्चा में आ गए थे। जब अचानक उनके दिल्ली वाले घर से कुछ ऐसे असलहे बरामद किए गए थे जो प्रतिबंधित माने जाते हैं। इस बार के यूपी चुनावों में सबकी नजरें अब्बास अंसारी पर लगीं हैं। वह किस तरह से वह अपने पिता की सीट पर चुनाव प्रचार करते हैं, ये देखने वाली बात होगी। माना जा रहा है एक बार फिर मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से अपनी दावेदारी पेश करने जा रहे हैं। वह भले ही जेल में बंद हो लेकिन ओम प्रकाश राजभर ने उन्हें समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
गोरखपुर के बाहुबली और अब बूढ़े हो चले हरिशंकर तिवारी को कौन नहीं जानता। यूपी में ब्राह्मण चेहरे का पर्याय रहे हरिशंकर तिवारी अब सक्रिय राजनीति से दूर हैं। लेकिन उनके बेटे विनय शंकर तिवारी का दबदबा आज भी कायम है। हर पार्टी में रह चुका तिवारी परिवार फ़िलहाल सपा का दामन थाम चुका है और आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने को आतुर है। विनय शंकर तिवारी को यूपी का दूसरा सबसे अमीर विधायक माना जाता है।
फूलपुर की फुलप्रूफ सीट से सांसद रहे अतीक अहमद इन दिनों जेल में बंद चल रहे हैं। उनकी कई अवैध प्रॉपर्टी पर योगी सरकार ने कार्यवाही की है। उनके बेटे की अगर बात करें तो उनका नाम उमर अहमद है। वह खुद भी राजनीति में सक्रिय हैं और रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं। लेकिन कुछ आपराधिक एक्टिविटीज के चलते चर्चा में रहे हैं।
अगर ब्राह्मणों की बात की जाए तो विजय मिश्रा भी एक इंपॉर्टेंट नाम है। बाहुबली कहे जाने वाले विजय मिश्रा भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक रहे चुके हैं। उनका दबदबा आज भी कायम माना जाता है। उनके बेटे की बात की जाए तो विष्णु मिश्रा उनके बेटे का नाम है। विष्णु मिश्रा पेशे से बिजनेस मैन है और वह इंफ्रा हाइट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाते हैं।
कविता के मंचों से अपना नाम बनाने वाली मधुमिता शुक्ला को कई साल पहले मार दिया गया था। मधुमिता शुक्ला कांड में अमरमणि त्रिपाठी पर आरोप लगे थे। अमरमणि त्रिपाठी फिलहाल जेल में बंद हैं। अगर उनके बेटे की बात की जाए तो उनका नाम अमन मणि त्रिपाठी है। अमनमणि त्रिपाठी महाराजगंज की नौतनवा से विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन पर भी अपनी पत्नी को मारने का आरोप लग चुका है
अगर बात करें माफिया से नेता बने बृजेश सिंह की तो उनके बेटे का नाम सिद्धार्थ सिंह है। अगर सिद्धार्थ की बात करें तो वह अपना बिजनेस और ठेकेदारी करते हैं। 2021 में यूपी पंचायत चुनाव से सिद्धार्थ सिंह ने राजनीति में एंट्री ले ली है।