नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले सियासत गर्म है. जब से योगी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. तब से लगातार स्वामी प्रसाद मौर्य के तमाम बयानों को आपने देखना होगा, सुना होगा. स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद अखिलेश यादव ने उनके साथ अपनी तस्वीर भी साझा की. लेकिन इसके बाद मौर्य का नया बयान आता है जिसमें वह कहते है कि उन्होंने अपने सिर्फ अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है. साथ ही मौर्य ने बताया कि वह 14 जनवरी को अंतिम धमाका करेंगे. उनके इस बयान ने सस्पेंस बना दिया था आखिर वो सपा का साथ देंगे या बीजेपी का? हालांकि, समय से पहले ही स्वामी प्रसाद ने बड़ा एलान करते हुए बताया कि 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रहे है.
दरअसल, मीडिया ने जब स्वामी प्रसाद से पूछा कि वो समाजवादी पार्टी को कब ज्वाइन करेंगे। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को ज्वाइन करेंगे। साथ ही इस सवाल पर कि क्या उनका भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से फ़ोन पर बातचीत हो रही है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे पास किसी छोटे या बड़े राजनेता का फोन नहीं आया है। अगर वो लोग पहले से ही सावधान होते और जनता के मुद्दों की बात की होती तो भाजपा की स्थिति आज ऐसी नहीं होगी।
इतना ही नहीं मौर्य के इस्तीफा देने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें ट्वीट कर फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह दी थी। डिप्टी सीएम के इस ट्वीय पर उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य को खुद की दुर्गति पर तरस आना चाहिए। पहले वह अपने को सम्मानित स्थिति में लाएं। केशव प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री है, उनके सलाहकार नहीं है।
मालूम हो कि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बड़ा बयान देते हुए कहा था, “मैंने अभी सिर्फ़ मंत्री पद छोड़ा है. जल्द ही बीजेपी भी छोड़ दूंगा. अखिलेश यादव ने मुझे बधाई दी है. फिलहाल, मैं सपा में नहीं जा रहा हूं. मैं आज और कल अपने लोगों से बात करूंगा. मैं 14 तारीख़ को बताऊंगा कि मैं राजनीतिक तौर पर क्या करूंगा.” मौर्य ने कहा, “मैंने बीजेपी को ठोकर मार दी है, दोबारा वापस जाने का सवाल ही नहीं है.”
मंत्री पद छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मेरे जाने से बीजेपी में भूचाल आ गया है. केशव प्रसाद मौर्य जी को मुझे मनाने की ज़िम्मेदारी दी गई है. केशव मौर्य मेरे छोटे भाई हैं, पर 5 साल से वो भी बेचारे ही हैं. मेरे साथ अभी मंत्री भी आएंगे और विधायक भी. मेरा जो फ़ैसला होगा और कौन मेरे साथ आएगा वो सब 14 तारीख़ को बताऊंगा. मेरी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से सांसद हैं, वो अपना फ़ैसला ख़ुद लेंगी.
गौर करने वाली बात है कि मौर्य के अलावा योगी सरकार में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) ने भी अब मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले चार और विधायकों ने भी बीजेपी छोड़ने का फैसला किया. इनमें बांदा जिले के तिंदवारी विधानसभा सीट से विधायक बृजेश कुमार प्रजापति, शाहजहांपुर जिले के तिलहर विधानसभा सीट से विधायक रोशन लाल वर्मा, कानपुर देहात के बिल्हौर सीट से विधायक भगवती सागर और विनय शाक्य शामिल हैं.