लड़की हूँ लड़ सकती हूं! यह कांग्रेस का वह नारा है, जो उसने यूपी चुनाव प्रचार के लिए तैयार करवाया था। कांग्रेस ने इसी नारे को चरितार्थ करते हुए अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 40% महिलाओं को टिकट दिए गए हैं। मजे की बात यह है कि इसमें तमाम अप्रत्याशित लोगों को भी जगह मिल गई है। ऐसे उन्नाव रेप पीड़िता की मां, लखनऊ में सीएए-एनआरसी को लेकर प्रदर्शन करने वाली सदफ जफर, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा और तमाम ऐसे नाम शामिल हैं जो चौंकाते हैं। इसके अलावा पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी को काले झंडे दिखाने वाली शाहजहांपुर जिले की आशा बहन पूनम पांडे को भी कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है। पूनम पांडे शाहजहांपुर की शहर सीट से चुनाव लड़ेंगी।
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लेकिन क्या आप जानते हैं चुनावी रस्साकशी के दौर में जहां भाजपा से लगातार ओबीसी विधायक टूट रहे हैं, अन्य बिरादरी के विधायक और मंत्री भी पार्टी छोड़-छोड़ कर भाग रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस ने पहली लिस्ट में अपने जातिगत समीकरणों का भी पूरा ध्यान रखा है। इसमें ब्राह्मण समाज से लेकर दलित समाज और मुस्लिम तबके से आने वाले लोगों का भी पूरा-पूरा ध्यान रखा गया है। आइए आपको बताते हैं आखिर क्या है कांग्रेस की पहली लिस्ट का खेला…
विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 125 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। वादे के मुताबिक 40 परसेंट महिलाओं को इस में जगह मिली। कांग्रेस ने कहा है कि हम अपने वादे और दावों पर खरा उतरने का हमेशा काम करते रहे हैं। प्रियंका गांधी ने कहा इस लिस्ट में उन्नाव की रेप पीड़िता की मां आशा देवी को भी जगह दी गई है। कुल 125 उम्मीदवारों में से 50 उम्मीदवार औरतें हैं। आपको बता दें इसके अलावा कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी की बेटी आरधना मिश्रा उर्फ मोना को टिकट देकर कांग्रेस ने ब्राह्मण समाज को साधने का काम किया है। बताते चलें मोना मिश्रा प्रतापगढ़ की रामपुर खास सीट से चुनाव लड़ेंगी।
इसके अलावा लखनऊ सेंट्रल सीट से सदफ जफर को टिकट दिया गया है। बताते चलें पेशे से टीचर और कवियत्री सदफ जफर सीएए-एनआरसी आंदोलन के दौरान लखनऊ में जबरदस्त चर्चा में रहीं थीं। इस आंदोलन के बाद योगी सरकार ने जिन लोगों पर कार्यवाही की थी और जिनके नाम-पते लखनऊ के बड़े-बड़े चौराहों पर होर्डिंग सहित लगवाए गए थे, उनमें से सदफ जफर भी एक थीं। सदफ ने ट्विटर पर लिखा कि पिछली सर्दियों में लगभग 20 दिनों तक वह 1° तापमान में जेल में भी रहीं थीं। उसके बाद से ही वह कांग्रेस पार्टी में लगातार सक्रिय हैं। सदफ जफर ने बाकायदा ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी को टिकट देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है।
इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और 2 बार से विधायक चुने जा रहे अजय कुमार लल्लू को एक बार फिर से टिकट दिया गया है आपको बताते चलें अजय कुमार लल्लू दलित समाज से आते हैं। सीएए-एनआरसी से लेकर किसान आंदोलन और उसके बाद टीचर भर्ती आंदोलनों तक कांग्रेस पार्टी की ओर से किए गए प्रोटेस्ट में अजय कुमार लल्लू लगातार शामिल होते रहे हैं। एक बार फिर उनसे इस बात की उम्मीद की जा रही है कि वह कांग्रेस पार्टी का बेड़ा पार लगाने में कामयाब होंगे। अजय कुमार लल्लू ने भी अपने जनसंपर्क की तस्वीर साझा करते हुए कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी को धन्यवाद कहा है और जीत के प्रति उम्मीद जताई है। लल्लू दलित समाज से आते हैं। वह कानू जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी मुसहर समाज के लोगों पर अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके बारे में एक कहानी बहुत प्रचलित है कि उन्हें एक बुजुर्ग अध्यापक ने विधायक बनने का आशीर्वाद दिया था।
प्रियंका गांधी ने कहा कि इस लिस्ट में 40 युवाओं को भी मौका दिया गया है। इसी को देखते हुए 30 साल की कांग्रेस की मीडिया पैनललिस्ट पंखुड़ी पाठक को नोएडा से टिकट दिया गया है। आपको बताते चलें पंखुड़ी पाठक लंबे समय तक समाजवादी पार्टी की नेशनल मीडिया पैनल लिस्ट रह चुकी हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता अनिल यादव से शादी की थी। हाल ही में वह एक बेटी की मां भी बनी हैं। समाजवादी पार्टी में कुछ विवाद होने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। पंखुड़ी पाठक ने भी अखबारों की कटिंग को ट्विटर पर साझा करते हुए प्रियंका गांधी को धन्यवाद किया है।