उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फिर से सवार होने की कोशिशों में जुटे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने बुंदेलखंड दौरे के दौरान ललितपुर में रैली की। अखिलेश यादव की इस रैली में बीजेपी के पूर्व साथी और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर भी मौजूद रहे। ललितपुर की रैली के दौरान गठबंधन में बंधे दोनों नेता जमकर बीजेपी सरकार पर बरसे। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि ये मुख्यमंत्री योगी नहीं हैं। योगी वो होता है, जो दूसरों का दुख अपना समझे। अखिलेश ने बेरोजगारी, महंगाई, टीईटी पेपर लीक, किसान, खाद, बिजली की समस्या को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा।
बीजेपी लाइन लगवाने वाली सरकार है
ललितपुर में अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘यहां का मौसम देखकर लखनऊ में जो बैठे हैं, उनका मौसम खराब होगा। अब उनकी कोई चाल चलने वाली नहीं है। लोगों ने बहुत जुमले सुन लिए हैं, अब जुमले भी नहीं चलने वाले हैं। नोटबंदी के वक्त भी लाइन में लगना पड़ा। कोरोना के वक्त दवा और ऑक्सिजन के लिए लाइन में लगना पड़ा। अस्पताल के लिए हम लाइन में लगे। अब खाद के लिए हम लाइन में लग रहे हैं। ये बीजेपी की लाइन में लगवाने वाली सरकार है। खाद के लिए लाइन में लगे किसानों की भी जान चली गई।’
मंच से अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड की गरीबी पर बात करते हुए कहा कि समाजवादियों ने बुंदेलखंड के लोगों को राशन दिया। अखिलेश यादव ने कहा, ‘सूखे के समय यहां किसानों का नुकसान हुआ। ऐसी तस्वीर मिली कि लोगों को खाने को कुछ नहीं था। जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, एक अंग्रेजी चैनल ने दिखाया कि बुंदेलखंड में लोग घास की रोटी खाकर रह रहे हैं। उस समय हमने फैसला लिया कि सरकार से चाहे जितना पैसा देना हो, हम बुंदेलखंड के लोगों को खाने की चीज देंगे। समाजवादी सरकार में समाजवादी पैकेट बांटा करते थे। लोगों को इस पैकेट में राशन, दूध और घी मिलता था।
ललितपुर में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का संबोधन:
“भाजपा सरकार ने बैरिकेडिंग लगा दी और किसी भी मजदूर भाई को अन्य प्रदेश से आने नहीं दिया उत्तर प्रदेश में” pic.twitter.com/hS4UGMF6DD
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 2, 2021
परिवारवाले ही परिवार का दुख समझते हैं
अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार चाहती तो मजदूरों को पैदल नहीं चलता। अगर समाजवादी पार्टी की सरकार होती तो मजदूरों को पैदल नहीं चलना पड़ता। हम बस, सरकारी गाड़ी यही नहीं, डीएम की गाड़ी में मजदूर भाइयों को घर तक छुड़वाती। ये बात में इसलिए बता रहा हूं कि जो लोग सत्ता में हैं, वो मुझ पर हमेशा से परिवारवाद की राजनीति के नाम पर हमला करते रहे हैं। लेकिन मैं आपसे कहता हूं कि सिर्फ परिवारवाले ही परिवार का दुख समझते हैं जिनका परिवार नहीं होता वह लोग जनता का दुख नहीं समझ सकते। हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई जहाज पर बिठाने का दावा करने वाली भाजपा ने हवाई अड्डों के साथ हवाई जहाजों को भी बेच दिया है। महंगाई इस कदर बढ़ गई है की स्कूटर और बाइक चलाना मुश्किल हो गया। डीजल पेट्रोल के दाम हर दिन बढ़ रहे हैं।