उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होना है। तीसरे चरण के मतदान के दौरान मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है। चर्चा में होने की वजह से करहल सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव का इस सीट से चुनाव लड़ना। तो वहीँ अखिलेश यादव को चुनौती पेश करने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल को मैदान में उतारा है।
मतदान से एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री और करहल से भाजपा कैंडिडेट एसपी सिंह बघेल ने सपा प्रमुख पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) स्वेच्छा से करहल नहीं आए, बल्कि उन्हें जबरदस्ती चुनाव प्रचार के लिए लाया गया। अगर वह सपा के संरक्षक होते तो अन्य कमजोर कैंडिडेट्स के लिए भी प्रचार करते, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि बच्चे बुजुर्ग माता-पिता का सहारा बन जाते हैं, लेकिन अखिलेश यादव पहले बच्चे हैं जो चुनाव में खुद को हारने से बचाने के लिए अपने बड़े और बीमार पिता की मदद ले रहे हैं। हमें भारतीय राजनीति में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव उस जहाज के कप्तान हैं जो डूब रहा है और वह उससे भाग रहा है, इसलिए उसे अब पूर्व कप्तान (मुलायम सिंह यादव) की मदद की जरूरत है, जिसे उन्होंने 2017 में कप्तानी से हटा दिया था।
करहल में दोनों पार्टियों ने झोंकी ताकत
करहल सीट भले ही समाजवादी पार्टी का गढ़ रही हो लेकिन विधानसभा 2022 के लिए सपा इस सीट पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सपा ने करहल सीट पर प्रचार करने के लिए अखिलेश यादव, सपा संरक्षक मिलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव समेत सपा कई नेताओं को इस सीट पर लगाया है। वहीं बीजेपी भी सपा से पीछे नहीं हैं। बीजेपी से अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे दिग्गजों ने हुंकार भरी है।