लगातार बढ़ रही ठंड के बीच उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पारा अचानक बढ़ गया। शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शनिवार सुबह–सुबह ही सपा नेता राजीव राय,मनोज यादव और लखनऊ में जैनेंद्र यादव के घरों पर धावा बोल दिया। सपा नेताओं पर आईटी के छापे की खबर सामने आते ही सूबे की राजनीति में गर्माहट आ गई, और आरोप–प्रत्यारोप का दौर शूरू हो गया।
दरअसल शनिवार सुबह आयकर विभाग ने अखिलेश यादव के करीबी और समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय के मऊ स्थित आवास पर छापा मारा। राजीव राय के साथ ही आयकर विभाग ने अखिलेश यादव के एक और करीबी माने जाने वाले मैनपुरी में आरसीएल समूह के मालिक मनोज यादव और लखनऊ में जैनेंद्र यादव के घरों पर भी छापे मारी की।
सपा नेताओं पर हुई इस कार्रवाई के बाद अखिलेश यादव ने बीजेपी को निशाने पर ले लिया और कहा चुनाव नजदीक हैं षणयंत्र रचे जाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं। यह सब होने लगता है। अभी तक इन्हीं का इंतजार था कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कब तक आएगा। अभी तो इनकम टैक्स (डिपोर्टमेंट) आया है. (अभी तो) ईडी आएगा, सीबीआई आएगी। न जाने कौन-कौन सी संस्थाएं आएंगी, अफवाहें फैलाई जाएंगी, साजिश किए जाएंगे, षणयंत्र रचे जाएंगे। लेकिन उसके बावजूद भी साइकिल की रफ्तार कम नहीं होगी और उत्तर प्रदेश भाजपा का सफाया होना तय है। राज्य की जनता को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है। एक महीने पहले क्यों नहीं राजीव राय पर छापा मारा गया, अब क्यों? क्योंकि चुनाव नजदीक हैं?’
भाजपा का हार का डर जितना बढ़ता जायेगा, विपक्षियों पर छापों का दौर भी उतना बढ़ता जाएगा फिर भी सपा का रथ व हर कार्यक्रम बदस्तूर चलता जाएगा।
अब तो जनता पूरी तरह भाजपा के ख़िलाफ़ विपक्ष के साथ खड़ी है, अब क्या बाइस के लिए भाजपा सरकार उप्र की बाइस करोड़ जनता के यहाँ छापे डालेगी। pic.twitter.com/yerCG1A107
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 18, 2021
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कांग्रेस की राह पर है। पहले जब कांग्रेस किसी को डराना चाहती थी तो इस तरह के हथकंडे अपनाती थी और भाजपा कांग्रेस के नक्शेकदम पर चल रही है. चुनाव से ठीक पहले ये छापेमारी क्यों की जा रही है। लगता है कर विभाग चुनावी जंग में शामिल हो गया है।
वहीं छापेमारी के संबंध में राजीव राय ने अपने घर के अंदर से ही पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मेरी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि या काला धन नहीं है। मैं लोगों की मदद करता हूं और सरकार को यह पसंद नहीं आया। यह उसी का परिणाम है। आप कुछ भी करेंगे तो वे वीडियो बनाएंगे, एफआईआर दर्ज करेंगे, आप बेवजह केस लड़ेंगे।