उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 अब अपने अंतिम चरण में है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में छः चरणों का चुनाव सपन्न हो चूका है। सोमवार को उत्तर प्रदेश चुनाव के सातवें यानी आखिरी चरण के वोट डाले जायेंगे। आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश के 9 जिलों की 54 सीटों पर मतदान होगा। अंतिम चरण के मतदान के लिए शनिवार शाम को ही चुनाव प्रचार थम गया था। यूपी विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
इन जिलों में होगी वोटिंग
सात मार्च को उत्तर प्रदेश की जिन 54 विधानसभा सीटों पर मतदान किया जायेगा उन सभी सीटों पर कुल मिलाकर 613 प्रत्याशी चुनावी मैदान होंगे। इन सभी उम्मीदवारों की किस्मत को 54 विधानसभा सीटों के 2.06 करोड़ मतदाता EVM में बंद करेंगे। सात मार्च को आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर, सोनभद्र और भदोही जिलों में मतदान होना है। विधानसभा चुनाव 2017 के नतीजों की बात करें तो अंतिम चरण की 54 सीटों में से भाजपा ने 29, सपा ने 11, बसपा ने छह, अपना दल (एस) ने 4, सपा ने 3 और निषाद पार्टी ने 1 सीट जीती थीं।
दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में कई बड़े सियासी चेहरों की किस्मत भी ईवीएम मशीन में बंद होगी। सातवें चरण में राजनीति के कई दिग्गजों सहित योगी सरकार के छह मंत्रियों की परीक्षा होगी। इनमें से पांच वर्तमान योगी कैबिनेट का हिस्सा हैं । अंतिम चरण में जिन बड़े चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर हैं उनमें परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल वाराणसी उत्तर सीट से, पर्यटन मंत्री नीलकांत तिवारी वाराणसी दक्षिण सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से मैदान में होंगे। वहीं अंतिम चरण में ही भाजपा छोड़ कर सपा का दामन थामने वाले योगी सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान की सीट भी शामिल है।
पिछले चुनाव में बीजेपी की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी इस बार समाजवादी पार्टी के साथ है। सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मऊ सीट से 1993 से लगातार चुनाव जीत रहे माफिया मुख्तार अंसारी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उनके बेटे अब्बास अंसारी को इस बार मउ सीट से ही सुभासपा ने उम्मीदवार बनाया है।